उत्तर प्रदेश और दिल्ली की सरकारी स्कूलों की शिक्षा पर आज बहस की राज्य के मध्यम ,लघु और सुक्ष्म विभाग के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह की चुनौती को स्वीकार कर मंगलवार को पूरी तैयारी से यहां आये दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आयोजन स्थल पर उनके लिये एक कुर्सी खाली रखी।
उनके साथ राज्यसभा सदस्य संजय सिंह भी थे। आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में पूरी तैयारी के साथ उतरने का ऐलान कर चुकी है। श्री सिसोदिया ने कहा कि यह अच्छा है कि उत्तर प्रदेश में अब शिक्षा और स्वास्थ्य पर बात हो रही है।
उन्होंने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा और कहा कि कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह को अपनी सरकार के काम पर भरोसा है तो उन्हें खुली बहस के लिए सामने आना चाहिए लेकिन बहस करने की चुनौती देकर भी वह सामने नहीं आ रहे हैं।
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गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा के तुरंत बाद प्रदेश के एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने केजरीवाल की घोषणा को हास्यापद बताते हुए कहा था दिल्ली की सरकार कई मोर्चों पर फेल हो चुकी है और अब उत्तर प्रदेश का सपना देख रही है। उन्होंने दिल्ली सरकार को दिल्ली के विकास मॉडल और यूपी के विकास मॉडल पर खुली बहस की चुनौती भी दी थी।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में सरकारी स्कूलों के बच्चों के नतीजे 98 प्रतिशत आने लगे हैं जबकि यहां सरकारी स्कूलों के बच्चों के नतीजे 70 से 75 प्रतिशत पर अटके हुए हैं। दिल्ली में प्राइवेट स्कूलों की फीस नहीं बढ़ने दी गई। यूपी में कई गुना बढ़ गई। दिल्ली में 70 से 80 प्रतिशत लोगों को बिजली फ्री मिल रही है। यूपी में बिजली की दरें लगातार बढ़ रही हैं। दिल्ली में बिजली-पानी चौबीसों घंटे आता है।
श्री सिसोदिया जब सरकारी स्कूलों का निरीक्षण करने के लिए जाने लगे तो पुलिस ने रायबरेली रोड पर उतरेटिया में उनके काफिले को रोक लिया।