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लखीमपुर में हिंसक भिडंत में अब तक आठ की मौत, कई घायल

Lakhimpur Kheri violence

Lakhimpur violence case

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में आज किसानों के साथ हुआ विवाद तूल पकड़ता जा रहा है। किसान संगठन ने मामले को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। संयुक्त किसान मोर्चा ने दावा किया है कि एक किसान की गोली मारकर हत्या की गई है।

किसान संगठन के तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि, ”केंद्रीय गृह राज्य मंत्री का काफ़िला, कथित तौर पर उनके बेटे, चाचा और अन्य गुंडों ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में विरोध कर रहे किसानों को कुचल दिया। एक की हत्या कर दी। इस घटना में कम से कम तीन किसान शहीद हो गए, और लगभग दस अन्य घायल हो गए।” आगे कहा गया है कि एसकेएम मांग करता है कि गृह राज्य मंत्री और उनके लोगों पर तुरंत हत्या का मामला दर्ज किया जाए। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री को तुरंत बर्खास्त किया जाए।

प्रेस विज्ञप्ति में दावा किया गया है कि, ” उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे किसानों पर एक क्रूर और अमानवीय हमले में भाजपा के केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी, उनके बेटे, उनके चाचा और अन्य गुंडों से जुड़े वाहनों का काफ़िला कई प्रदर्शनकारियों को कुचल गया।

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बताया जा रहा है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष (मोनू) मिश्रा ने एक किसान की गोली मार कर हत्या कर दी। इस घटना में कम से कम दो अन्य किसानों की भी मौत हो गई (एक मौके पर और दूसरा अस्पताल में) और करीब दस अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।”

सगंठन की तरफ से कहा गया है कि खबर है तराई किसान संगठन के नेता और एसकेएम नेता तजिंदर सिंह विर्क भी घायल हुए हैं। मृतकों और घायलों के बारे में अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है। इस क्रूर हमले के बाद किसानों को जवाबी कार्रवाई के लिए उकसाया भी गया और भाजपा नेता के वाहनों को तोड़ दिया गया। संयुक्त किसान मोर्चा की मांग है कि उत्तर प्रदेश सरकार अजय मिश्रा की तरफ से शामिल सभी लोगों के खिलाफ हत्या के आरोपों के साथ तुरंत मामला दर्ज करें। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री को तुरंत बर्खास्त किया जाए। इसके अलावा SKM ने ये भी दावा कर दिया है कि आज के बवाल में कुल चार किसानों ने अपनी जान गंवाई है।

एसकेएम ने उत्तर प्रदेश के भाजपा नेताओं को राज्य के किसानों को ललकारने से रोकने की भी चेतावनी दी है। एक आपात बैठक के बाद, एसकेएम द्वारा अपनी अगली कार्रवाई की घोषणा किए जाने की उम्मीद है। इस बीच एसकेएम के कई नेता अलग-अलग जगहों से लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गए हैं।

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