Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

कांग्रेस के नए अध्यक्ष का चुनाव मई में, सीडब्ल्यूसी बैठक में बड़ा फैसला

कांग्रेस ने स्टार प्रचारकों की सूची जारी की

कांग्रेस ने स्टार प्रचारकों की सूची जारी की

नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी की शीर्ष नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडल्यूसी) की शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय में बैठक हुई। कोरोना महामारी के कारण सीडब्ल्यूसी ने डिजिटल तरीके से बैठक आयोजित हुई। बैठक में मौजूद सूत्रों के अनुसार नए कांग्रेस अध्यक्ष के लिए मई में चुनाव हो सकते हैं। फिलहाल सोनिया गांधी पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रही हैं। बैठक में अर्नब गोस्वामी की कथित व्हाट्सएप बातचीत का हवाला देते हुए सोनिया ने कहा कि दूसरों को देशभक्ति और राष्ट्रवाद का प्रमाणपत्र बांटने वाले अब पूरी तरह बेनकाब हो गए हैं।

बैठक में सोनिया गांधी ने रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी की कथित वायरल वाट्सएप चैट को लेकर कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा से पूरी तरह से समझौता किया गया है। सरकार ने इस पर चुप्पी साधे हुए है। उन्होंने अर्थव्यवस्था को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकार निजीकरण को लेकर हड़बड़ी में है। कोरोना टीकाकरण पर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आशा है कोविड टीकाकरण की प्रक्रिया जारी रहेगी और इसे पूरा किया जाएगा।

गोरखपुर लूटकांड: लुटेरा दरोगा बर्खास्त, बस्ती एसपी ने किया पूरा थाना सस्पेंड

राष्ट्रवाद का प्रमाणपत्र बांटने वाले हुए बेनकाब : सोनिया गांधी 

सीडब्ल्यूसी की बैठक में उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि सरकार ने किसान संगठनों के साथ बातचीत के नाम पर हैरान करने वाली असंवेदनशीलता और अहंकार दिखाया है। सोनिया ने कहा कि एक सप्ताह में संसद सत्र आरंभ होने जा रहा है। यह बजट सत्र है, लेकिन जनहित के कई ऐसे मुद्दे हैं जिन पर पूरी तरह चर्चा किए जाने की जरूरत है। क्या सरकार इस पर सहमत होती है, यह देखने होगा। केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का उल्लेख करते हुए उन्होंने आरोप लगाया, श्किसानों का आंदोलन जारी है और सरकार ने बातचीत के नाम पर हैरान करने वाली असंवेदनशीलता और अहंकार दिखाया है।

उन्होंने यह भी कहा कि यह स्पष्ट है कि कानून जल्दबाजी में बनाए गए और संसद को इनके प्रभावों का आकलन करने का अवसर नहीं दिया गया। हम इन कानूनों को खारिज करते हैं क्योंकि ये खाद्य सुरक्षा की बुनियादों को ध्वस्त कर देंगे।

Exit mobile version