नई दिल्ली| पिछले साल समान अवधि में व्यस्त समय में बिजली की अधिकतम मांग और आपूर्ति 177.52 गीगावॉट रही थी। व्यस्त समय में अधिकतम मांग की आपूर्ति से आशय दिन में देशभर में सबसे अधिक आपूर्ति की गई बिजली से होता है।
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जुलाई में बिजली की मांग 2.61 प्रतिशत घटी थी। जुलाई में व्यस्त समय में बिजली की मांग 170.54 गीगावॉट रही, जो जुलाई, 2019 में 175.12 गीगावॉट रही थी।
सरकार ने 25 मार्च, 2020 को कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए राष्ट्रव्यापी बंद की घोषणा की थी। इससे वाणिज्यिक और औद्योगिक गतिविधियों के लिए बिजली की मांग में गिरावट आई थी। बिजली की वाणिज्यिक और औद्योगिक खपत घटने की वजह से अप्रैल में मांग में 25 प्रतिशत की गिरावट आई थी।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस महीने से बिजली की मांग और खपत सामान्य स्तर पर पहुंच जाएगी। हालांकि, इसकी सही स्थिति का अंदाजा अगस्त के अंत तक ही लग सकेगा, जबकि पूर्ण मासिक आंकड़ा उपलब्ध होगा।
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जून में बिजली की खपत 10.93 प्रतिशत घटकर 105.08 अरब यूनिट रही थी, जो जून, 2019 में 117.98 अरब यूनिट थी। इसी तरह मई में बिजली की खपत 14.86 प्रतिशत घटी। अप्रैल में बिजली की खपत में 23.21 प्रतिशत की बड़ी गिरावट आई थी।