महाकुम्भ नगर। प्रयागराज में सजे महाकुम्भ (Maha Kumbh) मेले की भव्यता और दिव्यता को निहारने न सिर्फ भारत के कोने-कोने से बल्कि पूरी दुनिया से लोग यहां पहुंच रहे हैं। भारतीय संस्कृति और परंपरा से प्रभावित इटली के तीन दोस्त महाकुम्भ (Maha Kumbh) का मेला देखने पहुंचे हैं और यहां मेला परिसर में शिविर में ठहरे हैं। संन्यासी वस्त्र धारण कर घूम रहे युवकों में से एक ने कहा कि उसे ऐसा अहसास होता है कि वह पिछले जन्म में भारतीय था।
पीटरों ने बातचीत में कहा कि ‘मैं योगा का प्रैक्टिशनर हूँ। मुझे भारतीय संस्कृति के बारे में कुछ-कुछ जानकारी है। कुम्भ मेला सनातन धर्म का सबसे बड़ा आयोजन है। यह पहला अवसर है जब मैं कुम्भ मेला घूमने आया हूँ। मेरे दोस्त यहां आने की योजना बना रहे थे तो मैं भी शामिल हो गया।’ स्टीफेनो ने कहा कि ‘मैं पहली बार कुम्भ आया हूँ। रूस के रहने वाले मेरे कुछ साधु मित्रों ने मुझे कुम्भ के बारे में बताया। वे भारत में आकर नागा साधु बन चुके हैं।’
इटली के एमा महाकुम्भ (Maha Kumbh) के आयोजन से काफी प्रभावित दिखाई दिए। एमा ने कहा कि ‘मैं यहां पहली बार आया हूँ। मैं योगा का शिक्षक हूँ। कई भारतीय मेरे मित्र हैं। मुझे भारतीय संस्कृति पसंद है। मुझे लगता है कि इससे पहले के जन्म में मैं इंडियन था। भारत का संगीत, भजन, कीर्तन, सब कुछ मुझे काफी पसंद है। यहां महाकुम्भ मेले की व्यवस्थाएं काफी अच्छी हैं।’