प्रयागराज| इलाहाबाद विश्वविद्यालय एवं संबद्ध कॉलेजों में नए शैक्षिक सत्र में दाखिले के लिए 21 सितंबर से प्रवेश परीक्षाएं शुरू होंगी। इसकी तैयारी इविवि प्रशासन ने कर ली है। यह बात मंगलवार को कुलपति प्रो. आरआर तिवारी ने नार्थहाल में पत्रकार वार्ता में कही।
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प्रो. तिवारी ने कहा कि यदि तय तिथि पर प्रवेश परीक्षा नहीं होगी तो मंत्रालय से अनुमति लेकर मेरिट के आधार पर दाखिला होगा। ताकि नया सत्र प्रभावित न हो सके। नया शैक्षिक सत्र 17 अगस्त से शुरू होगा। वहीं, नव प्रवेशी छात्रों का सत्र अक्तूबर के प्रथम सप्ताह से शुरू होगा। प्रो. तिवारी ने यह भी कहा कि सितंबर महीने में स्नातक अंतिम वर्ष और परास्नातक की अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। यदि कोरोना के चलते परीक्षा नहीं हो सकी तो अंतिम वर्ष के छात्रों को पिछली कक्षा में मिले अंक के आधार पर उत्तीर्ण कर दिया जाएगा।
21 सितंबर को बीएससी व बीकॉम का इंट्रेंस: कुलपति प्रो. आरआर तिवारी ने बताया कि 21 सितंबर को दो पालियों में प्रवेश परीक्षा होगी। प्रथम पाली में बीएससी गणित और बीएससी बायो विषय की परीक्षा होगी। द्वितीय पाली में बीएससी होम साइंस और बीकॉम की परीक्षा होगी। 22 को प्रथम पाली में बीए और द्वितीय पाली में बीपीए, बीएफए और बीएएलएलबी की परीक्षा होगी। 28 को एलएलबी और 29 को प्रथम पाली में पीजीएटी-1 और पाली में एलएलएम और एमकॉम की परीक्षा होगी। यह सभी परीक्षा ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनो मोड में कराई जाएगी। 30 सितंबर को इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज (आईपीएस) के विभिन्न पाठ्यक्रमों एवं पीजीएटी-2 के लिए परीक्षाएं कराई जाएंगी। यह परीक्षाएं सिर्फ ऑनलाइन मोड में होंगी। प्रो. तिवारी ने यह भी बताया कि सोशल डिस्टेसिंग को देखते हुए प्रवेश के लिए परीक्षा केंद्र बढ़ाए जाएंगे।
प्रथम, द्वितीय वर्ष के छात्रों को अगली कक्षा में होगा दाखिला: कुलपति प्रो. आरआर तिवारी ने बताया कि स्नातक प्रथम एवं द्वितीय और परास्नातक प्रथम वर्ष के छात्रों को सीधे अगली कक्षा में प्रवेश दिया जाएगा। छात्र अगली कक्षा में प्रवेश लेकर पढ़ाई करेंगे। स्थिति सामान्य होने पर उनकी परीक्षा कराई जाएगी। नहीं तो छात्रों की दोनो वर्ष की परीक्षा साथ में कराई जा सकती है।
तीन शिफ्ट में परीक्षा कराने की हुई तैयारी
इविवि एवं इससे संबद्ध डिग्री कॉलेजों में स्नातक अंतिम वर्ष और परास्नातक अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा सितंबर में शुरू होंगी। यह परीक्षा इसी माह में पूरी हो जाएगी। कुलपति प्रो. तिवारी ने बताया कि कम अवधि में परीक्षाएं समाप्त कर कॉपियों का मूल्यांकन करवा परिणाम घोषित कर दिया, प्रो. तिवारी ने कहा कि जरूरत पड़ी स्नातक की परीक्षा अभी दो शिफ्ट में होती लेकिन इसे तीन शिफ्ट में करवाया जाएगा। इसी तरह आवश्यकता पड़ी तो पीजी की परीक्षाएं एक के बजाए दो शिफ्ट में कराई जा सकती हैं। परीक्षा के दौरान दो परीक्षार्थियों के बीच निर्धारित दूरी रखी जाएगी, इसलिए परीक्षा केंद्र बढ़ाए जाएंगे। परीक्षा विभाग इसका विस्तृत प्लान तैयार करेगा।
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पेपर अच्छा न होने पर फिर मिलेगा परीक्षा का मौका
इविवि परीक्षा समिति ने अंतिम वर्ष की परीक्षा कराने के संबंध कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। कुलपति ने कहा कि छात्रों के हितों को ध्यान में रखकर यह निर्णय लिया गया है कि अंतिम वर्ष के छात्र की परीक्षा के दौरान जो पेपर अच्छा नहीं हुआ होगा। वह दोबारा परीक्षा दे सकता है। क्योंकि कोरोना काल में छात्र काफी भयभीत हैं। ऐसे में छात्रों का पेपर अच्छा न होने की संभावना है। इसलिए उन्हें दोबारा परीक्षा दे सकते हैं। इसके साथ ही कम समय और प्रश्नो की संख्या घटा दिया गया है।
इविवि : दाखिले को 105973 आवेदन
इविवि एवं संबद्ध कॉलेजों में दाखिले को मंगलवार की शाम सात बजे तक कुल 205228 ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया। इनमें से 105973 ने अंतिम तौर पर आवेदन की प्रक्रिया पूरी कर ली। आइपीएस में 1874, बीएएलएलबी में 6895, एलएलबी में 12105, यूजीएटी में 59660, पीजीएटी में 16199, बीएड में 3939, एमएड में 940, एमबीए में 1246, एलएलएम में 3112 ने आवेदन की प्रक्रिया पूरी की। वहीं, क्रेट 2020 में कुल 77 ने रजिस्ट्रेशन कराया और महज तीन ने आवेदन फॉर्म सबमिट किया।