नई दिल्ली। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के महिलाओं के पहनावे को लेकर दिए गए बयान पर बवाल जारी है। इसी बीच, गुजरात के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल शामलाजी विष्णु मंदिर ट्रस्ट ने भी एक विवादास्पद फैसला किया है। ट्रस्ट ने छोटे कपड़े (स्कर्ट बरमूडा) पहनकर आने वाले श्रद्धालुओं के मंदिर में प्रवेश पर रोक लगा दी है। मंदिर ट्रस्ट से मिली जानकारी के अनुसार यह नियम शुक्रवार से ही लागू कर दिया गया है।
मंदिर ट्रस्ट की ओर से बताया गया कि ऐसे कपड़े पहनकर आने वाले श्रद्धालुओं को मंदिर के बाहर ही रोक दिया जाएगा। हालांकि, ट्रस्ट की ओर से दर्शन करने तक के लिए कपड़ों की व्यवस्था की जाएगी। इसके तहत मंदिर के बाहर ही पुरुषों के लिए धोती और पीतांबर और महिलाओं के लिए लहंगे की व्यवस्था होगी, जिन्हें पहनकर मंदिर में प्रवेश किया जा सकेगा।
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मंदिर ट्रस्ट ने लगाया बोर्ड
ट्रस्ट ने मंदिर के बाहर एक बोर्ड भी लगाया है, जिसमें लिखा है- दर्शन के लिए आने वाले भाइयों-बहनों से विनती है कि छोटे कपड़े और बरमूडा पहनकर आने वालों को मंदिर में प्रवेश नहीं मिलेगा, इसीलिए पारंपरिक पोशाक पहन कर आएं। मास्क पहनना अनिवार्य है।
श्रीकृष्ण के श्यामल स्वरूप के नाम पर प्रसिद्ध है मंदिर
शामलाजी गुजरात के अरवल्ली जिले में स्थित एक कस्बा है, जो शामलाजी विष्णु मंदिर के नाम पर है। यह करीब 2,000 साल पुराना मंदिर है। यह पवित्र मंदिर मेशवो नदी के किनारे स्थित है। यह श्रीहरि के आठवें अवतार श्रीकृष्ण के श्यामल स्वरूप के नाम पर है। यह गुजरात के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक है।
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बता दें कि हाल ही में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा था कि औरतों को घुटने के पास फटी जींस पहने देखकर हैरानी होती है। ऐसी महिलाएं बच्चों के सामने ऐसे कपड़े पहनेंगी, तो उन्हें क्या संस्कार देंगी?’ उनके इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ टिप्पणी शुरू हो गई है। सोशल मीडिया पर कई महिलाओं ने सीएम रावत के बयान की आलोचना करते हुए रिप्ड जींस के साथ अपनी फोटो शेयर की है।