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छह माह बाद भी नहीं हुआ तिहरा हत्याकांड का खुलासा, गांव में पीएसी कर रही कैम्प

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मिर्जापुर। लालगंज थाना क्षेत्र के बामी गांव में एक दिसम्बर 2020 को हुए तीन चचेरे भाइयों की हत्या का खुलासा पुलिस छह माह बीतने के बावजूद नहीं कर सकी। पीड़ित परिवार की आंखे अभी भी पुलिस की ओर टकटकी लगाए है कि कब घटना का खुलासा कर हत्यारों को जेल भेजेगी। गांव में पीएसी छह माह से कैम्प कर रही है।

लालगंज थाना क्षेत्र के लहंगपुर पुलिस चौकी अंतर्गत बामी गांव में तीन नाबालिग चचेरे भाई बैर खाने घर से निकले हुए थे। दो दिसम्बर 2020 को घर से दो किलोमीटर उत्तर पश्चिम क्षोर पर विन्ध्याचल थाना क्षेत्र के गैपुरा पुलिस चौकी अंतर्गत लेहड़िया बंधी में तीनों की लाश मिली थी।

तीनों की आंखों को फोड़ कर हत्या किए जाने का पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई थी। वहीं, मामले को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एएसपी आपरेशन महेश अत्री की अगुआई में एसआइटी का गठन कर घटना के पर्दाफाश की जिम्मेदारी सौपी थी।

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वाराणसी एसटीएफ भी इसमें लगाई गई थी। पर अफसोसजनक बात यह कि घटना के छह माह बाद भी हत्यारों का पता लगाने में पुलिस बिफल है। यह दीगर बात है कि परिजनों को अभी भी भरोसा है कि मामले का खुलासा अवश्य होगा।

घटना के बाद से ही बामी गांव में पीएसी की एक टुकड़ी तैनात है, जो पीड़ित परिवार के घर पर 24 घंटे रह रहे हैं। पुलिस का टेन्ट तो लगा हुआ है लेकिन डियूटी कर रहे एक एसआई व कांस्टेबल अब नहीं दिखाई दे रहे हैं। गांव के लोग अब इस घटना को भूलने लगे हैं। जबकि ​परिवार के लोग अभी पुलिस से न्याय की उम्मीद लगाये हुए हैं।

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