लखनऊ। उत्तर प्रदेश में ऊर्जा के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर कार्य हुआ है। प्रदेश में 32 लाख 92 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिसमें से अकेले 7 लाख करोड़ का निवेश ऊर्जा के क्षेत्र में आया है। प्रदेश में ऊर्जा सेक्टर में असीम संभावनाएं हैं। ये बातें उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा (AK Sharma) ने सस्टेनेबल डेवलपमेन्ट थ्रू रिन्यूएबल एनर्जी पर आधारित सत्र के दौरान कही।
उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के पहले दिन विभिन्न सेक्टर के सत्रों का आयोजन हुआ। वृन्दावन योजना में आयोजित यूपी जीआईएस 2023 के दौरान वशिष्ठ हैंगर में आयोजित नवीन ऊर्जा पर आधारित सत्र में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे योगी सरकार के मंत्री एके शर्मा ने पधारे हुए सभी निवेशकों का अभिनंदन किया।
मंत्री (AK Sharma) ने कहा कि जो उद्यमी उर्जा के क्षेत्र में काम कर रहे हैं, उन सभी का स्वागत करते हुए मैं उनसे प्रदेश की विकास यात्रा में भागीदार बनने का आह्वान करता हूँ। मानव विकास की सम्पूर्ण यात्रा ही ऊर्जा के विकास से जुड़ी है। आग जलाना सीखने के बाद से मानव सभ्यता ऊर्जा के विकासरथ पर सवार होकर वर्तमान तक पहुंची है।
उन्होंने भविष्य के उर्जा स्रोत और रिन्यूएबल इनर्जी की चर्चा करते हुए कहा कि जैसे जैसे हमारी जरूरतें बढ़ रही हैं ऊर्जा की खपत भी बढ़ती ही जा रही है। यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के रास्ते आया निवेश और उससे स्थापित होने वाले उद्योगों की सफलता भी ऊर्जा की उपलब्धता पर निर्भर है।
एके शर्मा (AK Sharma) ने बताया कि पूरी दुनिया के सामने ऊर्जा को लेकर व्यापक चुनौतियां हैं। इसी के साथ ही ये काफी व्यापक सेक्टर है, जिसमे काम करने को लेकर अपार संभावनाएं भी हैं। मंत्री एके शर्मा ने बैटरी निर्माण, सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा सहित कार्बन उत्सर्जन को कम करने को लेकर भी योगी सरकार की योजनाओं पर निवेशकों को अवगत कराया।
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प्रदेश सरकार की नई ऊर्जा नीति का जिक्र करते हुए उन्होंने प्रदेश के ऊर्जा सेक्टर में निवेश कर रहे निवेशकों को ये भरोसा भी दिलाया कि उनकी हर जरूरत और सुविधाओं का सरकार ख्याल रखेगी। इस अवसर पर प्रदेश और भारत सरकार के अधिकारियों तथा उद्यमियों ने भी नवीन ऊर्जा को लेकर अपने विचार रखे।