उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री डा. महेन्द्र सिंह ने गोरखपुर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने के बाद कहा कि नदियों के उफनाने के बावजूद राज्य के सभी बंधे सुरक्षित है।
डा सिंह ने गोरखपुर शहर के मानीराम-कुदरहा और माधोंपुर बांध का निरीक्षण करने के बाद मंगलवार देर रात कहा कि समय से पहले सरकार ने काम को पूरा कर लिया है जिसके कारण से आज उत्तर प्रदेश के सभी बंधे सुरक्षित हैं और जिन स्थानों पर कटान की सम्भावना अधिक है तथा संवेदनशील, अतिसंवेदनशील है वहां सांसद एवं विधायकों से सूची लेकर, जिला प्रशासन से सूची लेकर उन सभी स्थानों पर काम किया।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड व नेपाल में भी बरसात है और पीछे से पानी बहुत तेजी से आ रहा है इसलिए सभी नदियां उफान पर है। सरयू नदी 39 दिन से खतरे के निशान से उपर चल रही है तथा 25 दिन से राप्ती भी खतरे के निशान से उपर है। उन्होंने कहा कि सभी नदियां खतरे के निशान से उपर आने के बावजूद भी सभी बंधे सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि नदियों में उफान है मगर स्थिति नियंत्रण में है और गुरूवार से नदियों में उतार की उम्मीद है।
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मंत्री ने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार बाढ पीडितों के साथ खडी है। बाढ के कारण हुए हर नुकसान की सरकार भरपायी करेगी और यह भी कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में इस बार तीन गुना से ज्यादा बारिश हुयी है । इसके कारण नदियां खतरे के निशान को पार कर गयी है। उन्होंने कहा कि बांधों पर पानी का दबाव है लेकिन सभी बंाध सुरक्षित है और जिन बांधों पर रिसाव होन की सूचना मिल रही है वहां तत्काल अधिकारी मौके पर पहुंचकर कार्रवायी कर रहे हैं।
जलशक्ति मंत्री ने आगे कहा कि गोरखपुर के साथ ही बलरामपुर, सिध्दार्थनगर और महराजगंज में बाढ का असर अधिक है। रोहिण नदी पर बने मानीराम – कुदरिहा बांध तथा माधों पुर बंधे आदि कयी बधों का निरीक्ष किया और कहा कि सरयू नदी अब स्थिर हो गयी है। बलरामपुर व सिध्दार्थनगर में नदिया स्थिर है जिसे देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि गुरूवार से गोरखपुर की नदियों का उफान थमेगा। उन्होंने कहा कि यदि सरयू नदी का जलस्तर कम होगा तो राप्ती नदी का पानी तेजी से निकलेगा।