केजीएमयू में करीब आठ माह से भर्ती रहे गैंगरेप के आरोपी पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति को सोमवार को डिस्चार्ज कर दिया।
छुट्टी मिलने के बाद पूर्व मंत्री की अभिरक्षा में लगी पुलिस ने उन्हें जिला जेल में दाखिल कर दिया। केजीएमयू द्वारा गठित मेडिकल बोर्ड गायत्री के भर्ती होकर इलाज कराने के दावे पर कोई ठोस सुबूत नही दे पाए।
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जेल अधीक्षक आशीष तिवारी बताते हैं कि गायत्री प्रजापति के उपचार के संबंध केजीएमयू को कई बार पत्र भेजा गया। जिसके बाद केजीएमयू मेडिकल बोर्ड ने उन्हें डिस्चार्ज कर दिया है।
गैंगरेप के मामले में गायत्री प्रजापति 17 मार्च 2017 को पुलिस ने गिरफ्तार जिला जेल भेजा था।