शरीर की कार्यप्रणाली को सुचारू रूप से चलाने के लिए कई तरह के पोषक तत्वों की जरूरत होती है जिनमें से एक हैं प्रोटीन (Protein)। प्रोटीन एमिनो एसिड्स की एक लम्बी चेन होती है जिसमें एक से ज्यादा एमिनो एसिड्स होते हैं। प्रोटीन हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी है। यह हमारे शरीर में हर कोशिका का निर्माण और रखरखाव में अहम भूमिका निभाता है। खासतौर से जिम करने वाले लोग प्रोटीन ड्रिंक्स का अधिक सेवन करने लगते हैं
लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्रोटीन (Protein) का ज्यादा सेवन सेहत के लिए घातक साबित हो सकता हैं। इससे शरीर में कीटोंस की मात्रा बढ़ जाती है, जो कि विषैला पदार्थ है और नुकसान पहुंचाता हैं। आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह प्रोटीन का ज्यादा सेवन सेहत के लिए घातक साबित हो सकता हैं।
कैंसर का खतरा
एक्सपर्ट्स के मुताबिक कुछ हाई प्रोटीन (Protein) डाइट फूड्स जैसे कि रेड मीट कैंसर ही नहीं बल्कि कई स्वास्थ्य समस्याओं के खतरे को बढ़ा सकता है। ज्यादा रेड मीट खाने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ सकता है
कब्ज की समस्या
ज्यादा प्रोटीन (Protein) लेने से लोगों में कॉन्टीपेशन की भी शिकायत हो जाती है। ज्यादातर देखा गया है कि जब लोग हाई प्रोटीन और लो कार्ब डाइट करते हैं तो उन्हें कब्ज की शिकायत होती है। इसकी वजह डाइट में फाबर की कमी भी हो सकती है। ऐसे हालातों में 3 से 4 लीटर पानी पिएं और अपने डाइट में फाइबर रिच फूड्स को शामिल करें।
दिल से जुड़ी बीमारियां
हाई प्रोटीन डाइट के रूप में बहुत सारे रेड मीट और फुल फैट युक्त डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करने से शरीर में ट्राइमेथिलैमाइन एन-ऑक्साइड बढ़ जाता है जिससे दिल की कई बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
दस्त की समस्या
ज्यादातर हाइप्रोटीन डाइट में सही मात्रा में फाइबर नहीं होता है। जिसकी वजह से कई लोगों में डायरिया की भी दिक्कत पेश आती है। ऐसे हालातों में अपनी डाइट में फाइबर की मात्रा बढ़ाएं, खूब पानी पिएं और कैफीनेटिड ड्रिंक्स और फ्राइ फूड से दूर रहें।
किडनी के लिए नुकसानदायक
जिन लोगों को पहले से किडनी से जुड़ी दिक्कत होती है, उन लोगों के लिए हाई प्रोटीन डाइट किडनी डैमेज का कारण बन सकती है। आपको बता दें हाई प्रोटीन डाइट में काफी मात्रा में अमीनो एसिड होते हैं। जिसकी वजह से किडनी में भारी मात्रा में नाइट्रोजन बनती है, और जिन लोगों की किडनी में दिक्कत होती है उनकी किडनी को इस नाइट्रोजन को हटाने के लिए ज्यादा काम करना पड़ा है। जो परेशानी का सबब बन सकता है।
हड्डियां करे कमजोर
प्रोटीन की ज्यादा मात्रा शरीर में हड्डियों की सेहत पर बुरा असर डालती है, जिससे ऑस्टिओपोरोसि या हड्डियों में दर्द जैसी शिकायत हो सकती है। कई अध्ययन भी बताते हैं कि प्रोटीन की ज्यादा मात्रा शरीर में कैल्शियम को कम करती है।
मोटापा बढ़ना
हाई प्रोटीन डाइट वजन घटाने में सहायक होती है इसीलिए अधिकतर लोग वेट लॉस के लिए प्रोटीन का सेवन डाइट में बढ़ा देते हैं, लेकिन ऐसा केवल कुछ समय तक के लिए ही संभव है। डाइटिंग करते समय प्रोटीन की मात्रा बढ़ाने से कैलोरी बढ़ती है जिससे वजन कम होने के बजाए और ज्यादा बढ़ सकता है।
सांस में आने लगती हैं बदबू
कई लोगों में देखा गया है कि ज्यादा प्रोटीन लेने से सांस में बदबू आने लगती है। यह खासकर जब होता है तब कोई शख्स हाइप्रोटीन डाइट के साथ कार्बोहाइड्रेट की मात्रा को कम कर दे। एक रिसर्च में कुछ लोगों को हाईप्रोटीन और लो कार्ब डाइट दी गई। जिसके बाद परिणाम में देखा गया कि उनमें से 40 फीसद लोगों को सांस में बदबू की शिकायत हुई है।
कितनी मात्रा में प्रोटीन (Protein) का सेवन है ठीक?
प्रोटीन शरीर को मजबूती देने और उसे सही तरीके से काम करने में मदद करते हैं। ये हड्डियों को ताकतवर बनाते हैं और शरीर को दिनभर ऊर्जावान बनाए रखते हैं। सामान्यतः एक स्वस्थ व्यक्ति को प्रतिदिन शरीर के हर किलो वजन के लिए 0.8 ग्राम प्रोटीन की जरूरत होती है। मतलब 65 किलोग्राम के एक व्यक्ति को करीब 52 ग्राम प्रोटीन प्रतिदिन चाहिए होता है। इतना प्रोटीन सामान्यतौर पर एक संतुलित और सही भोजन से प्राप्त हो जाता है। इसके लिए जरूरी नहीं कि अलग से सप्लीमेंट्स लिए जाएं।