केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) 12वीं की थ्योरी परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू होंगी। एग्जाम में शामिल होने वाले सभी स्टूडेंट्स को सीबीएसई की ओर से एडमिट कार्ड जारी कर दिए गए हैं। छात्र अपने संबंधित स्कूल से हाॅल टिकट प्राप्त कर सकते हैं। अभी 12वीं के प्रैक्टिकल एग्जाम और वायवा चल रहे हैं। वायवा एक्सपर्ट टिप्स में आज हम कंप्यूटर साइंस (Computer Science) वायवा के टिप्स बताएंगे, जिन्हें फाॅलो कर छात्र बेहतर तैयारी कर सकते हैं और अच्छे नंबर प्राप्त कर सकते हैं।
CBSE 12वीं बोर्ड परीक्षा में स्टूडेंट्स को प्रोजेक्ट के लिए 8, प्रैक्टिकल के लिए 7, वायवा के लिए 3, लिखित परीक्षा के लिए 12 नंबर मिलते हैं। अगर स्टूडेंट्स ने इन सभी में बेहतर प्रदर्शन किया, तो उन्हें अच्छे नंबर मिलते हैं। आइए जानते हैं कि कंप्यूटर साइंस (Computer Science) वायवा में किस तरह के सवाल पूछे जा सकते हैं और एक्सपर्ट की टिप्स क्या है।
प्रोग्रामिंग लैंग्वेज से पूछे जाते हैं सवाल
एक्सपर्ट के अनुसार 12वीं कंप्यूटर साइंस (Computer Science) वायवा में सामान्य तौर पर जावा, सी, सी+ और सी++ जैसी प्रोग्रामिंग लैंगुएज से सवाल पूछे जाते हैं। इससे एक्सटर्नल एग्जामिनर स्टूडेंट्स की कंप्यूटिंग, टेक्नोलॉजी और प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की क्षमता परखते हैं। इसलिए स्टूडेंट्स इनसे संबंधित सवालों की तैयारी अच्छे से करें। थ्योरिटिकल और प्रैक्टिकल में प्रोग्रामिंग की छात्र अच्छे से तैयारी करें।
किस तरह के पूछे जा सकते हैं सवाल?
केंद्रीय विद्यालय आरा की पीजीटी (Computer Science) टीचर डॉ. अनु के अनुसार सीबीएसई के 12वीं प्रैक्टिकल/प्रोजेक्ट वर्क और वायवा में कई टाॅपिक से सवाल पूछे जा सकते हैं। कुछ टाॅपिक यहां बताए जा रहे है। इससे छात्र यह समझ सकते हैं कि वायवा में किस तरह से सवाल पूछे जा सकते हैं।
– म्यूटेबल और इम्यूटेबल डाटा में क्या अंतर है?
– लिस्ट और स्ट्रिंग के बीच क्या अंतर है?
– लिस्ट से ट्यूपल (tuple) किस तरह से अलग है?
– ऑपरेटर क्या है?
– वैरिएबल क्या है?
– फंक्शन क्या है?
– पाइथन में फाइल्स को परिभाषित करें।
– पाइथन में कितनी फाइलें होती हैं?
– फाइल्स को कितने मोड्स में ओपन किया जा सकता है?
– किसी फाइल को खोलने के लिए डिफॉल्ट मोड क्या है?
– डाटाबेस क्या है?
– एसक्यूएल का फुल फॉर्म क्या है?
– डीडीएल और डीएमएल के बीच क्या अंतर है?
– एसक्यूएल के सभी कमांड्स के बारे में बताएं।
– डिलीट और ड्रॉप कमांड के बीच क्या अंतर है?
– किसी टेबल का स्ट्रक्चर बदलने के लिए किस कमांड का इस्तेमाल होता है?
– cardinality और degree क्या हैं?
– सभी नेटवर्किंग टर्म्स और फुल फॉर्म बताएं।
छात्र इनका भी रखें ध्यान
इन सबके साथ ही यह भी ध्यान रखना चाहिए कि एक्सटर्नल एग्जामिनर आपसे किसी भी चैप्टर का नाम पूछ सकते हैं। ऐसे में स्टूडेंट्स जिस किसी भी चैप्टर का नाम लें। उन्हें उसकी पूरी जानकारी होनी चाहिए, जिससे वह पूछे गए प्रश्नों का जवाब आसानी से दे सकें।