बलरामपुर। दिल्ली में पकड़े गये संदिग्ध ISIS आंतकी अबू युसूफ उर्फ बाबा बलरामपुर जिले के उतरौला कोतवाली क्षेत्र के बढ़या भैसाही गांव को सील कर दिया है। इसके बाद एटीएस ने बलरामपुर पुलिस के साथ पूरे गांव की तलाशी ली है।
Balrampur: Visuals from Badhya Bhaisahi village of Utraula, the native village of ISIS operative Abu Yusuf who was arrested in Delhi last night. pic.twitter.com/xxlZ6Fxzqm
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 22, 2020
मिली जानकारी के अनुसार गांव में युसूफ नाम का कोई व्यक्ति ही नहीं था, लेकिन इस कार्रवाई से ही पता चला कि गांव का मुस्तकीम ही ISIS संगठन में यूसूफ नाम से जुड़ा हुआ था। करीब तीन घंटे की तलाशी के बाद एटीएस को उसके घर से भारी मात्रा में विस्फोट व कई अन्य आपत्तिजनक सामग्री मिली है। इसके बाद ही पुलिस ने उसकी पत्नी व परिवार के अन्य सदस्यों को हिरासत में ले लिया है। फिर घर को सील कर पूरी टीम लौट गई। एहतियात के तौर पर गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
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दिल्ली के धौलकुआं में युसूफ की गिरफ्तारी के बाद ही कई राज खुलने लगे थे। इसी कड़ी में बलरामपुर गांव का नाम सामने आया। तो यूपी पुलिस और यहां की एटीएस भी अलर्ट हो गई। पहले वह युसूफ बताकर सबको गुमराह करता रहा था। बाद में पता चला कि उसका असली नाम मुस्तकीम है और बढ़या गांव में रहने वाले कफील खान का बेटा है।
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बलरामपुर पुलिस को दोपहर में पता चला
मुस्तकीम के पकड़े जाने की सूचना जिले की पुलिस को नहीं थी। दोपहर करीब 12 बजे पुलिस अधीक्षक देवरंजन वर्मा को बढ़या भैसाही गांव को सील करने का आदेश मिला है। इसके बाद बढ़या भैसाही में एटीएस व दिल्ली पुलिस पहुंची है। बताया जाता है कि मुस्तकीम के घर भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ की बरामदगी हुई है। एटीएस को मुस्तकीम के कमरे से कुछ धार्मिक साहित्य भी मिलने का दावा किया जा रहा है। हालांकि पुलिस इससे इनकार कर रही है।
मुस्तकीम के पत्नी व बच्चों के नाम पासपोर्ट बना था
तलाशी में मुस्तकीम, उसकी पत्नी व चार बच्चों का पासपोर्ट भी बरामद हुआ है। हालांकि इस पासपोर्ट पर मुस्तकीम कहीं गया अथवा नहीं, इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। गांव के कुछ लोगों ने दबी जुबान पुलिस को यह जरूर बताया कि मुस्तकीम अक्सर गायब हो जाता था, फिर वह कभी एक-दो महीने तो कभी 10-12 दिन में ही आ जाता था। वह कहां जाता था, इस बारे में उसके जवाब पर कई बार संशय बना रहता था।
मुस्तकीम का गांव के कई घरों में हुई तलाशी
मुस्तकीम का गांव के कुछ घरों आना-जाना ज्यादा था। यह बात सामने आने पर एटीएस और पुलिस ने इस घरों में भी तलाशी ली। यहां से कुछ दस्तावेज व कुछ लोगों के मोबाइल कब्जे में ले लिए।