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अतिरिक्त प्रयास जरूरी, अब है खुद से प्रतिस्पर्धा: सीएम योगी

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लखनऊ। दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ ग्रहण करने के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (cm yogi) ने अधिकारियों को जनता के प्रति जवाबदेह होने का निर्देश दिया है। शनिवार को शासन स्तर के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक कर मुख्यमंत्री ने सभी विभागों को अगले 100 दिन, छह माह और वार्षिक कार्ययोजना तैयार करने को कहा है। यह कार्ययोजना मंत्रिपरिषद के सामने प्रस्तुत करनी होगी, इसकी विभागवार समय-सारणी जल्द ही घोषित होगी।

योजना भवन में हुई इस महत्वपूर्ण बैठक में मुख्यमंत्री योगी ने सभी अधिकारियों को भारतीय जनता पार्टी द्वारा घोषित लोककल्याण संकल्प पत्र के बिंदुओं को याद करने की जरूरत बताई है। उन्होंने कहा है कि वर्ष 2017 में घोषित संकल्प पत्र के सभी बिंदुओं को यथार्थ में बदलने में अधिकारियों ने पूरी ईमानदारी से प्रयास किया। जिसका परिणाम रहा कि दशकों बाद आमजनता ने उत्तर प्रदेश में सकारात्मक बदलाव का अनुभव किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे समक्ष उत्तर प्रदेश को देश का नम्बर-1 राज्य और प्रदेश की अर्थव्यवस्था को देश की नम्बर-1 अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य है।

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टीम वर्क और अन्तर्विभागीय समन्वय से भविष्य का रोडमैप तैयार किया जाए। इस कार्य के लिए ‘टीम यूपी’ को पूरी प्रतिबद्धता के साथ लगना होगा। प्रदेश की अर्थव्यवस्था को $1 ट्रिलियन बनाने के लिए 10 प्राथमिक सेक्टरों को चिन्हित किया जाए। इसकी नियमित समीक्षा की जाए। मुख्य सचिव द्वारा साप्ताहिक समीक्षा तथा स्वयं मुख्यमंत्री द्वारा इस सम्बन्ध में पाक्षिक समीक्षा की जाएगी। शासन की कार्यप्रणाली में दक्षता, पारदर्शिता और समयबद्धता पर जोर देते हुए सीएम ने योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन में तकनीक के साथ-साथ अन्तर्विभागीय समन्वय को और बढ़ाये जाने की आवश्यकता जताई। वहीं आम आदमी के प्रति संवेदनशील होने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ‘अंत्योदय’ के लिए संकल्पित है। ऐसे में यह सुनिश्चित किया जाए कि गांव, गरीब, किसान, महिला और युवा शासन की हर नीति के केंद्र में हों।

अतिरिक्त प्रयास जरूरी, अब है खुद से प्रतिस्पर्धा: योगी

सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप ‘नये भारत का नया उत्तर प्रदेश’ आकार ले रहा है। इस कार्य को और गति प्रदान करने के लिए पूरा उत्तर प्रदेश संकल्पित है। उन्होंने कहा कि पहले कार्यकाल में हमारी चुनौती कुव्यवस्था से थी। विगत 05 वर्षाें में सुशासन की स्थापना हुई है। अब आगामी 05 वर्षाें में हमारी प्रतिस्पर्धा अपने ही पहले कार्यकाल के कार्याें से होगी। अब सुशासन को और सुदृढ़ करने के लिए स्वयं से हमारी प्रतिस्पर्धा प्रारम्भ होगी। ऐसे में सुशासन की स्थापना को और मजबूती के साथ आगे बढ़ाना होगा। सीएम ने कहा कि भ्रष्टाचार को लेकर हमारी सरकार की शुरू से जीरो टॉलरेंस नीति रही है। इसे प्रभावी ढंग से जारी रखा जाए। शासन की योजनाओं की आमजन तक पहुंच को और व्यापक बनाने के लिए तकनीक का व्यापक स्तर पर समावेश किया जाए।

बजट की कर लें तैयारी, राजस्व संग्रह पर जोर

मुख्यमंत्री ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-2022 समापन की ओर है। सभी विभाग अपने-अपने वार्षिक लक्ष्यों की पूर्ति की स्थिति की गहन समीक्षा कर लें। बजट के सदुपयोग का मूल्यांकन करते हुए वित्तीय स्वीकृतियों के सापेक्ष उनके व्यय की स्थिति की पड़ताल कर लें। प्रत्येक स्थिति में वित्तीय नियमों के अनुरूप कार्यवाही की जाए। यदि भारत सरकार के स्तर से किसी योजना का केन्द्रांश जारी नहीं हो सका है तो अविलम्ब केंद्र से संपर्क कर उसे जारी कराएं। राजस्व संग्रह पर पूरा ध्यान दिया जाए। विकास एवं लोक कल्याणकारी योजनाओं के वित्त पोषण के लिए ऐसा किया जाना आवश्यक है। टैक्स का भुगतान करने वालों के लिए प्रक्रिया को सरल बनाया जाए। भारत सरकार के वर्ष 2022-23 के आम बजट तथा लोक कल्याण संकल्प पत्र-2022 को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार का वर्ष 2022-23 का बजट तैयार किया जाए।

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