जैसे बालों के लिए सीरम होता है वैसा ही फ़ेस के लिए भी सीरम होता है. ये स्किन को सीरम्स का लिक्विड त्वचा द्वारा अवशोषित करने में सहज बनाता है. इसका नियमित इस्तेमाल त्वचा में कुछ ही दिनों में बदलाव दिखाता है. आप इसका इस्तेमाल मॉइस्चराइज़र के पहले कर सकती हैं. आमतौर पर सीरम्स एसेंशियल ऑयल्स से बनते हैं, जो त्वचा को गहराई से हाइड्रेट करते हैं. सीरम्स का रोज़ इस्तेमाल कर आप बेदाग़ और निखरी हुई त्वचा पा सकती हैं.
सीरम के फ़ायदे :
* सीरम्स त्वचा को हाइड्रेट कर चिकना बनाते हैं.
* ये क्रीम की तरह चिपचिपे नहीं होते और हमारे रोमछिद्रों को पूरी तरह से ढंकने की बजाय उन्हें सांस लेने का मौक़ा देते हैं.
* फ़ाउंडेशन लगाने के लिए यह चिकना बेस तैयार करते हैं.
इसी के साथ बता दें, बाज़ार में मौजूद सीरम्स के ढेरों विकल्प होते हैं जो चुनाव को मुश्क़िल बनाते हैं. चेहरे की स्किन की अनुसार सीरम चुनना सही होता है. इसलिए हमेशा स्किन के अनुसार ही चुनें. सीरम के फायदे हैं तो नुकसान के बारे में भी हम बता देते हैं.
नुक़सान :
सीरम से वैसे तो त्वचा को कोई ख़ास नुक़सान नहीं होता, लेकिन ग़लत तरह की स्किन टाइप पर ग़लत सीरम लगाने से त्वचा को कोई ख़ास फ़ायदा भी नहीं होता है. इसलिए सीरम चुनते वक़्त अपनी स्किन टाइप की सही जानकारी होना बहुत ज़रूरी है. इसके अलावा सीरम को इस्तेमाल करने के तरीक़े और मात्रा पर भी ख़ास ध्यान देने की ज़रूरत होती है. ड्राइ स्किन वालों को ज़्यादा मात्रा में सीरम का इस्तेमाल करना चाहिए, वहीं ऑयली स्किन को कम से कम सीरम की ज़रूरत होती है.