लखनऊ| कोरोना संक्रमण के खौफ से शिक्षक संगठन एक तरफ उत्तर प्रदेश बीएड प्रवेश परीक्षा का विरोध कर रहे हैं। दूसरी ओर लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन परीक्षा की तैयारियों में जुटा है। परीक्षा में फर्जी परीक्षार्थियों को रोकने के लिए प्रशासन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ‘एआई’ तकनीक का इस्तेमाल करेगा। सभी परीक्षा केन्द्रों पर एआई आधारित फेस डिटेक्शन सिस्टम लगवाए जाएंगे। इससे कोई फर्जी परीक्षार्थी केन्द्र के अंदर नहीं जा पाएगा।
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विवि प्रशासन के अनुसार एआई तकनीक अभ्यर्थी के चेहरे की कुल 27 जगहों की सूचनाओं को एकत्र करके उसको डिजिटल डाटा में बदलेगी, फिर फोर डाइमेंशन में चेहरे की जांच करेगी। इसमें अभ्यर्थी के बाल, चश्मा, आयु, लिंग आदि के जरिए उसका मिलान किया जाएगा। परीक्षा के समय प्रत्येक अभ्यर्थी की पहचान के लिए डिस्पोजल स्ट्रिप से उसकी उंगुलियों के निशान भी लिए जाएंगे।
कुलपति व चेयरमैन प्रो. आलोक राय ने बताया कि 9 अगस्त, रविवार को आयोजित होने वाली बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा में प्रदेश भर में 14 नोडल सेंटर, चार उपनोडल सेंटर बनाए गए हैं। परीक्षा के लिए प्रदेश के 73 जनपदों में 1089 परीक्षा केन्द्रों बनाए गए हैं। इसमें 431904 अभ्यर्गी शामिल होंगे। परीक्षा दो पालियों में होगी। प्रथम पाली में सुबह 9 बजे से 12 बजे तक व दूसरी पाली दोपहर में 2 बजे से 5 तक परीक्षा होगी। नकल रोकने के लिए हर केन्द्र पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जो आडियो रिकॉर्डिंग भी करेंगे। परीक्षा की वेब-कास्टिंग की जाएगी। इसकी मॉनिटरिंग के लिए लविवि में 100 लैपटॉप युक्त एक कंट्रोल रूम बनाया गया है।
विवि प्रशासन के मुताबिक छात्रों की साहूलियत के उनके गृह जनपद या नजदीक के जनपद में ही उनका केन्द्र बनाया गया है। परीक्षा केन्द्रों को एक दिन पहले सैनिटाइज कराया जाएगा। प्रत्येक परीक्षार्थी/कक्ष-निरीक्षक व परीक्षा से सम्बंधित हर व्यक्ति का इंफ्रारेड थर्मामीटर से तापमान नापने के बाद मास्क लगाकर ही परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया जाएगा। प्रत्येक परीक्षा केंद्र में अभ्यर्थियों के लिए सैनिटाइजर, हैंडवॉश आदि की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए 8 व 9 अगस्त को सभी सार्वजनिक निजी यातायात, टेम्पो, टैक्सी, ओला, उबर, प्राइवेट व सरकारी बसें आदि सुचारू रूप चलाने की मांग की गई है।
लुआक्टा ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए बीएड प्रवेश परीक्षा रद्द किए जाने की मांग की है। लुआक्टा अध्यक्ष डॉ. मनोज पांडेय ने बताया कि इसे लेकर उपमुख्यमंत्री को एक पत्र भी शिक्षकों ने लिखा है। उन्होंने बताया कि परीक्षा में लाखों की संख्या में छात्र व शिक्षक शामिल होंगे। ऐसे में संक्रमण का खतरा अधिक है। उन्होंने बताया कि साढ़े चार लाख बीएड अभ्यर्थियों में महिलाओं की संख्या अधिक है। इसमें बहुत सी महिला अभ्यर्थी अपने छोटे बच्चों के साथ परीक्षा देने आएंगी और पब्लिक ट्रांसपोर्ट का प्रयोग करेंगी। इससे उनमें संक्रमण फैलने का डर है।
बीएड प्रवेश परीक्षा के मद्देनजर डीएम ने सभी केन्द्र व्यवस्थापकों और नोडल अधिकारियों के साथ ऑनलाइन बैठक की। डीएम ने बताया कि राजधानी में 82 केन्द्रों पर बीएड परीक्षा होगी और 35 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे। इस दौरान कोविड दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन करना होगा। बिना मास्क कोई अभ्यर्थी परीक्षा नहीं दे सकेगा। सभी केन्द्रों पर दो-दो पर्यवेक्षक तैनात किए गए हैं। केन्द्रों पर 200-200 मास्क रखे जाएंगे। यदि किसी परीक्षार्थी ने भूलवश मास्क नहीं पहना है तो उसे केन्द्र पर मास्क दिया जाएगा।
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- बिना मास्क के कोई अभ्यर्थी परीक्षा नहीं दे सकेगा।
- सभी केन्द्रों पर दो-दो पर्यवेक्षक तैनात किए जाएंगे।
- केन्द्रों पर 200-200 मास्क रखे जाएंगे। यदि कोई परीक्षार्थी भूलवश मास्क नहीं पहना है तो उसको इनमें से मास्क पहनने को दिया जाएगा। परीक्षा दो पालियों में होगी। पहली पाली सुबह नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक। दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक होगी।
- सभी केन्द्रों के परिसर, परीक्षा कक्ष और फर्नीचर को सैनिटाइज किया जाएगा। इसके बाद केन्द को लॉक कर दिया जाएगा। प्रत्येक केन्द्र पर परीक्षार्थी के मोबाइल जमा कराने के लिए लिफाफे रखे जाएंगे।
- सभी केन्द्रों पर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी। बैठने की व्यवस्था सभी केन्द्रों पर फ्लैक्स छपवा कर होर्डिंग के रूप में लगाया जाएगा जिससे आसानी से पढ़ने में आ जाए।