कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर पुलिस ने जाली नोट (Fake Currency) छापने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। गैंग के मुख्य सरगना सहित 10 सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। गिरोह के कब्जे से 5 लाख 62 हजार रुपये के जाली नोट (Fake Currency) बरामद हुए हैं। साथ ही जाली नोट बदलकर 110000 रुपए नकद सहित नेपाली मुद्रा, आठ लैपटॉप, 26 सिम कार्ड, 10 तमंचे, कुछ फायर सुदा व जिंदा कारतूस, चार सुतली बम और दो लग्जरी गाड़ियां बरामद की गई हैं। मुख्य सरगना समाजवादी पार्टी का नेता बताया जा रहा है।
पुलिस के मुताबिक, पकड़े गए गिरोह के सदस्य जाली नोटों (Fake Currency) को भारत के अलावा नेपाल में भी खंपाते थे। घटना का खुलासा करते हुए कुशीनगर एसपी संतोष कुमार ने बताया कि तमकुहीराज तहसील में विवादित जमीनों और लोगों को डरा धमका कर कब्जा करना इस गिरोह का मुख्य काम था। उन्होंने बताया कि पुलिस को गिरोह का इनपुट जिले में मिला था। साइबर टीम की मदद से इस गिरोह पर नजर रखी जाने लगी। उनकी संदिग्ध गतिविधियों को देख उन्हें पकड़ लिया।
कुशीनगर एसपी के मुताबिक, पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में आरोपियों के पास से 13 मोबाइल, 10 फर्जी आधार कार्ड, 10 एटीएम भी बरामद हुए हैं। सभी के खिलाफ तमकुही राजधानी में ग्रुप बनाकर जाली करंसी (Fake Currency) खपाने ग्रुप बनाकर आपराधिक साजिश रचने वह विस्फोटक पदार्थ अधिनियम आदि की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपियों को न्यायालय में पेश कर उन्हें जेल भेज दिया। खुलासा करने वाली टीम को पुलिस अधीक्षक ने पुरस्कृत किया गया है। जिसमें तमकुही राज प्रभारी निरीक्षक अमित शर्मा, तरया सुजान के प्रभारी निरीक्षक राज प्रकाश सिंह, साइबर थाने के प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार पंत तथा सेवरही थाना अध्यक्ष श्री प्रकाश राय शामिल हैं।
गिरोह का मुख्य सरगना सपा नेता
पुलिस ने जिस गिरोह को पकड़ा है उसका मुख्य सरगना रफीक अहमद बताया जा रहा है। गिरोह से जाली नोटों (Fake Currency) के अलावा अवैध हथियार भी बरामद हुए हैं। आरोपी रफीक समाजवादी पार्टी से जुड़ा हुआ है। वह वह समाजवादी लोहिया वाहिनी का राष्ट्रीय सचिव है। उस पर जिले के अलग-अलग थानों पर 11 गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस ने रफीक को भी गिरफ्तार कर कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेजा गया है।