राजधानी लखनऊ में पुलिस ने एक फर्जी आईएएस को दबोचा है, जो गाड़ियों के काफिले से रौब-झड़ता था और कई महीनों से लोगों को गुमराह करता था। आरोपी का नाम सौरभ त्रिपाठी (Saurabh Tripathi) बताया जा रहा है। वह गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) का रहने वाला है। उसकी गाड़ियों से फर्जी दस्तावेज, नकली सरकारी पास और वीआईपी प्रोटोकॉल से जुड़े कई सामान बरामद किए गए हैं।
जानकारी के अनुसार, गुरुवार की सुबह कारगिल शहीद पार्क के पास लखनऊ की वजीरगंज पुलिस चेकिंग कर रही थी। इस दौरान जब पुलिस ने एक काले रंग की लग्जरी कार को रोका तो उसमें बैठा सौरभ त्रिपाठी (Saurabh Tripathi) खुद को आईएएस बताकर रौब झाड़ने लगा। यही नहीं आरोपी ने पुलिस को सीएम से शिकायत करने की धमकी भी दी। लेकिन, पुलिस ने शक के आधार पर उससे गहराई से पूछताछ की तो उसकी हकीकत सामने आ गयी। सौरभ के पास डिफेंडर, फॉर्च्यूनर और मर्सिडीज जैसी लग्ज़री गाड़ियां हैं। वह ड्राइवर के साथ नीली बत्ती वाली गाड़ियों का इस्तेमाल करता, जिससे लोग उसे असली अफसर समझें। इसके अलावा, गाड़ियों से फर्जी दस्तावेज, नकली सरकारी पास और वीआईपी प्रोटोकॉल से जुड़े कई सामान बरामद हुए हैं।
बताया जा रहा है कि आरोपी सौरभ कई बार सरकारी के कार्यक्रमों और कई विभाग की बैठकों में फर्जी आईएएस बनकर शामिल हो चुका है। एक समाचार चैनल की खबर के अनुसार, फर्जी आईएएस अफसरों पर दबाव डालता और फैसलों को प्रभावित करने की कोशिश करता था। कई बार अधिकारियों को उस पर शक भी हुआ, लेकिन उसके दिखावे और दबंगई के कारण किसी ने बात आगे नहीं बढ़ाई।
पुलिस की जांच में पता चला है कि आरोपी युवक ने कंप्यूटर साइंस से बीटेक किया था, फिर उसने एक एनजीओ बनाई, जिसके जरिये उसने कई बड़े अधिकारियों और नेताओं से मुलाकात की। इसके बाद आरोपी ने खुद को धीरे-धीरे आईएएस अधिकारी की तरह पेश करना शुरू कर दिया। उसने सिस्टम की कमजोरियों का फायदा उठाते हुए अधिकारियों पर रौब भी जमाना शुरू कर दिया। उसका इंस्टाग्राम और एक्स (पूर्व ट्विटर) पर @Saurabh_IAAS नाम से अकाउंट है। इंस्टा बायो में उसने खुद को “IAS, Uttar Pradesh Government” लिखा है।
फर्जी आईएएस सौरभ त्रिपाठी के सोशल मीडिया अकाउंट पर कई सरकारी कार्यक्रमों, बैठकों और यात्राओं की तस्वीरें अपलोड हैं। उसने पटना में हर साल होने वाले दिव्यांग राष्ट्रीय नृत्य समारोह के बारे में भी पोस्ट डाला है, जिससे लोग उसकी हकीकत से अनजान रहें। लखनऊ पुलिस आयुक्त पश्चिमी विभूति श्रीवास्तव ने बताया कि मामले की जांच तेज कर दी गई है।