फिरोजाबाद। थाना शिकोहाबाद पुलिस टीम ने सोमवार की रात अन्तर्राज्जीय गिरोह के पांच अभियुक्तों को नकली भारतीय करेंसी (Fake Note), बाजार में चलाते और छापते हुए गिरफ्तार (Arrested) किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से दो लाख से भी अधिक के जाली नोट और नकली नोट छापने की मशीन व भारी मात्रा में उपकरण बरामद किए हैं। पुलिस ने मंगलवार को खुलासा कर उसे जेल भेजा है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी ने बताया कि थाना प्रभारी शिकोहाबाद हरवेन्द्र मिश्रा पुलिस टीम के साथ क्षेत्र में गश्त पर थे। तभी उन्होंने एसओजी टीम के साथ सूचना पर पांच अभियुक्तों तजेन्द्र उर्फ काका पुत्र हरभजन सिंह निवासी गुरुद्वारा सिंह साहब ब्लाक नौ मोतीनगर थाना मोतीनगर नई दिल्ली, नारायण दत्त पुत्र त्रिमन सिंह निवासी ग्राम तबालपुर थाना ढोलना जनपद कासगंज, विक्रम सिंह जादौन पुत्र स्व. श्रीपाल सिंह निवासी ग्राम जवाहरपुर पोस्ट कातकी थाना रजावली, विकास उर्फ विक्की बाक्सर पुत्र मुन्नालाल निवासी सरस्वती नगर थाना टूंडला व रंजीत पुत्र सुरेश निवासी खटीक टौला कस्बा बाह जनपद आगरा को मैनपुरी चैराहा से गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने इनके कब्जे से दो लाख 97 हजार 100 रुपये के नकली नोट व नकली नोट छापने का पूरी मशीनरी, एक लैपटाप, दो प्रिन्टर, प्रेस मशीन, एक ग्रीन पन्नी रोल, नकली नोट छापने की सीट आदि सामान बरामद किया है।
एसएसपी ने बताया कि इस गिरोह का सरगना तेजेंद्र उर्फ काका है। काका 25 हजार का इनामी है। यह पूर्व में नकली नोट छापने के मामले में दिल्ली की तिहाड़ जेल में भी बंद रह चुका है। वहीं इसकी अन्य अभियुक्तों से मुलाकात हुई और फिर जेल से छूटने के बाद इसने पुनः नकली नोट छापने का काम शुरू कर दिया। यह नकली नोट छापने के मामले में कई बार जेल जा चुका है। गिरफ्तार विकास उर्फ विक्की बाक्सर है। थाना टूंडला का नामी हिस्ट्रीशीटर इसके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज है।
एसएसपी ने बताया कि इस मामले में अभी नौ अभियुक्त संतोख गंभीर, सोनू पंडित, रामसंत, बनारसीदास, कालीचरन, छोटू उर्फ मामा, अमन व रनवीर उर्फ रन्नु चैधरी फरार है। इनकी तलाश की जा रही है। गिरफ्तार अभियुक्तों की त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव व होली के त्योहार पर नकली नोट बाजारों में खपाने की योजना थी।