सिद्धार्थनगर । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने राज्य से इंसेफेलाइटिस का पूरी तरह से खात्मा हो जाने का दावा किया है। उन्होंने शनिवार को सिद्धार्थनगर में विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान के शुभारम्भ अवसर पर को कहा कि उनकी सरकार प्रदेश में किसी भी संचारी रोग को टिकने नहीं देगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में प्रदेश में अन्तर्विभागीय समन्वय, स्वच्छ भारत मिशन, शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के साथ-साथ आशा वर्कर, आंगनवाड़ी, हेल्थवर्कर, विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ एवं पाथ के सहयोग से अभियान चलाकर संचारी रोग को पूरी तरह से समाप्त करने में सफलता प्राप्त की है।
प्रदेशव्यापी विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान का शुभारम्भ करने के लिए आकांक्षात्मक जनपद सिद्धार्थनगर का चयन किया गया है, क्योंकि यहां पर स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, कृषि, पर्यावरण आदि क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास के लिए पिछले पांच वर्ष में किये गये प्रयासों के अच्छे परिणाम आये हैं। इन प्रयासों को और द्रुत गति से आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। प्रदेश में फाइलेरिया तथा टी.बी. को पूरी तरह से समाप्त करने का संकल्प लिया गया है।
योगी सरकार का कार्यकाल स्वास्थ्य सेवाओं के लिए स्वर्णिम युग लेकर आई
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए दिमागी बुखार अभिशाप बन गया था। वर्ष 1977 से वर्ष 2017 तक पूर्वी उत्तर प्रदेश में इंसेफेलाइटिस से प्रतिवर्ष हजारों बच्चे कालकवलित हो जाते थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को विगत 5 वर्षों में अन्तर्विभागीय समन्वय, विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान तथा विभिन्न जनजागरूकता अभियान द्वारा दिमागी बुखार के नियंत्रण में अभूतपूर्व सफलता प्राप्त हुई है। संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान को स्वच्छता के अभियान के साथ जोड़कर सम्पादित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक बच्चे एवं प्रत्येक नागरिक स्वस्थ हों। क्योंकि जब व्यक्ति स्वस्थ होता है तो इससे पूरा परिवार स्वस्थ होता है, परिवार स्वस्थ है तो समाज स्वस्थ होता है, समाज स्वस्थ होता है तो प्रदेश स्वस्थ होता है और उत्तर प्रदेश जैसा राज्य अपने लिए स्वास्थ्य का निश्चित मानक तय कर देता है तो यह देश के स्वास्थ्य इण्डिकेटर को और नई ऊंचाइयां प्रदान करता है। इस प्रकार देश के विकास में सभी का सामूहिक योगदान आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जागरूकता अभियान के साथ ही प्रदेश में जापानी इन्सेफेलाइटिस की वैक्सीन लगनी भी प्रारम्भ होंगी।
पांच साल में मिटा दी चार दशक की कसक : सीएम योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पूर्वज एक बात कहते थे कि रोग के उपचार से महत्वपूर्ण उसका बचाव है। यह जागरूकता का कार्यक्रम जो अभी प्रारंभ हो रहा है यह उसी बचाव के लिए हम सब को तैयार करने का एक माध्यम है। उन्होंने कहा कि अगर आप इसके साथ जुड़ेंगे तो चाहे वह मस्तिष्क ज्वर हो डेंगू, चिकनगुनिया या कालाजार हो, इन सब का समाधान होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि न सिर्फ फाइलेरिया बल्कि ट्यूबरक्लोसिस को भी पूरी तरह समाप्त करने का एक संकल्प लिया गया है कि इस प्रकार की बीमारियों को हम कहीं भी उत्तर प्रदेश की धरती पर टिकने नहीं देंगे। उन्होंने प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं का जिक्र करते हुए कहा कि जब स्वास्थ्य की बात होगी तो पांच वर्षों में सर्वाधिक मेडिकल कॉलेज बनाने का रिकॉर्ड भी उत्तर प्रदेश के पास है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोगों ने श्री माधव प्रसाद त्रिपाठी की स्मृति में महात्मा बुद्ध की पावन धरा सिद्धार्थनगर में मेडिकल कॉलेज के निर्माण का काम भी पूरा कर दिया है और पहले सत्र के छात्रछात्राएं यहां पर दाखिला ले चुके हैं। उन्होंने कहा कि अगले एक वर्ष के अंदर 17 से 18 नये मेडिकल कॉलेज शुरू किये जाएंगे, ताकि प्रदेश में लोगों को विशेषज्ञ स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी।
इसके बाद मुख्यमंत्री बलराम पहुंचे जहां उन्होंने देवी पाटन मंदिर में पूजा-उपासना की और जिले में चल रही विकास योजनाओं की प्रति जानी।