नए कृषि कानून के विरोध में दिल्ली की सीमा पर किसानों का आंदोलन लगातार जारी है। सरकार और किसानों के बीच अब तक हुई 8 दौर की बातचीत के बाद भी कोई समाधान नहीं निकला है। इस मुद्दे को लेकर आज एक अहम सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में भी होगी।
इससे पहले रविवार को दिल्ली के गाज़ीपुर बॉर्डर पर इस आंदोलन में किसानों का साथ देने के लिए 50 से ज्यादा पहलवान पहुंचे। ये सारे पहलवान देश के अलग-अलग कोने से आए हैं। इन सबने एक साथ एक सुर में कहा कि वो किसानों के साथ हैं और सरकार को तीनों नए कृषि कानून वापस लेने होंगे।
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ये सारे पहलवान कुश्ती का मैट भी साथ लेकर आए थे। जहां इन सबने के किसानों का जोश बढाने के लिए कुछ प्रदर्शनी मैच भी खेले। अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत करते हुए उत्तर प्रदेश की एक पहलवान मिनाक्षी ने कहा, ‘हम यहां उन किसानों का समर्थन करने के लिए आए हैं जो एक महीने से अधिक समय से यहां विरोध कर रहे हैं। हमारे कोच ने हमें यहां आने के लिए आमंत्रित किया है। हम उनके भाई-बहन हैं और उन्हें अकेले नहीं लड़ने देंगे। मैंने राष्ट्रीय स्तर के मैचों में शिरकत की है। मुझे कुश्ती बेहद प्यार है। मुझे खुशी है कि मैं किसानों के बीच पहुंची हूं।’
भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने कहा कि पहलवान दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा से आए हैं। उनमें से कुछ ने राज्य-स्तरीय और राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लिया है। हरियाणा के एक पहलवान सूरज पहलवान ने कहा, ‘मेरे परिवार के सदस्य भी किसान हैं. इन कृषि कानूनों को निरस्त किया जाना चाहिए। मैं यहां किसानों का समर्थन करने आया हूं।’