चंडीगढ़: पंजाब में ट्रेनों के संचालन (Train Services in Punjab) को लेकर सरकार और किसानों की बीच हुई बातचीत का सकारात्मक परिणाम निकला है। किसानों की ओर से पंजाब में अगले 15 दिनों तक ट्रेनों के संचालन की अनुमति दे दी गई है। सरकार ने कहा है कि किसानों ने सोमवार से राज्य में ट्रेनों के संचालन के लिए रास्ता देने का ऐलान किया है।
किसान अभी रेलवे ट्रैक पर कृषि विधेयकों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसके कारण पंजाब का पूरा रेलवे रूट ब्लॉक है। इस कारण राज्य में और यहां के रास्ते कनेक्टेड अन्य राज्यों में यात्री ट्रेनों और मालगाड़ियों का संचालन नहीं हो पा रहा है। पंजाब सरकार की मध्यस्थता के बाद किसान संगठनों ने कहा है कि अब राज्य में ट्रेनों के संचालन के लिए ट्रैक को खाली कराया जाएगा।
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सोमवार से खाली होगा ट्रेनों का रूट
राज्य सरकार के एक बयान के मुताबिक, सोमवार से ट्रेनों के संचालन के लिए रेलवे ट्रैक को खाली कराया जाएगा। ट्रैक के खाली होने के बाद पंजाब के रास्ते ट्रेनों का संचालन बहाल हो सकेगा। रेलवे के अधिकारियों ने इसे लेकर राहत की सांस ली है। हालांकि उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार का कहना है कि पंजाब सरकार की ओर से ट्रेनों के संचालन की आधिकारिक सूचना मिलने के बाद ही ट्रेनों के संचालन को पुन: शुरू कराने का फैसला हो सकेगा।
दो महीने से ब्लॉक है रूट
बता दें कि पंजाब में कृषि विधेयकों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान रेलवे ट्रैक पर ही धरना दे रहे हैं। इस कारण प्रदेश में रेलवे रूट करीब दो महीने से पूरी तरह से ब्लॉक है। पंजाब सरकार ने हाल ही में रेलमंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर कहा था कि अगर सरकार ट्रेनों के संचालन पर कोई फैसला नहीं कराती है तो मालगाड़ियों का संचालन ना होने के कारण जम्मू-कश्मीर में सेना के जवानों जरूरी सामानों और पंजाब के पावर प्लांट को कोयले की सप्लाई नहीं मिल सकेगी। वहीं रेलमंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि प्रदेश में ट्रेनों का संचालन तभी बहाल होगा, जब सरकार सभी ट्रेनों की सुरक्षा को पूरी तरह से सुनिश्चित करने का काम करे।