नई दिल्ली। एक बार फिर किसान संगठन दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं। पांच किसान संगठन आज संसद भवन की ओर मार्च करेंगे। इससे पहले जंतर-मंतर पर उनका प्रदर्शन (Farmers Protest ) भी है।
जानकारी के मुताबिक, पंजाब से आ रहे ये किसान दिल्ली में गुरुद्वारा बंगला साहिब के पास जुटेंगे और यहां से संसद भवन की ओर मार्च करेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा का कहना है कि केंद्र सरकार अपने वादे पूरे करने में नाकाम रही है। संयुक्त किसान मोर्चा 20 मार्च को दिल्ली के जंतर-मंतर पर महापंचायत भी करने वाली है।
कृषि कानून रद्द, फिर अब दिल्ली कूच क्यों?
– केंद्र सरकार के तीन कृषि कानून के खिलाफ 26 नवंबर 2020 को किसानों का आंदोलन शुरू हुआ था। लगभग एक साल तक चले आंदोलने के बाद इन तीनों कानूनों को रद्द कर दिया गया था।
– 19 नवंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन तीनों कानूनों की वापसी का ऐलान किया था। इसके बाद ये किसान आंदोलन खत्म हो गया था।
– हालांकि, अब किसान संगठनों का कहना है कि केंद्र सरकार ने उनसे जो वादे किए थे, वो अब तक पूरे नहीं हुए हैं।
कौन सी मांगें पूरी नहीं हुईं?
– किसान संगठनों की सबसे बड़ी मांग एमएसपी पर कानून बनाने की है। एमएसपी यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य।
– संगठनों का दावा है कि सरकार ने एमएसपी की गारंटी पर कानून बनाने का वादा किया था, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हुआ है।
– किसान संगठन चाहते हैं कि स्वामीनाथन आयोग के C2+50% फॉर्मूले के हिसाब से एमएसपी की गारंटी का कानून बनाया जाए।
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– इसके अलावा किसान संगठनों की एक मांग ये भी है कि आंदोलन के दौरान जिन किसानों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था, उन्हें वापस लिया जाए।
कौन-कौन से संगठन हैं इसमें शामिल?
– अभी इसमें पंजाब के पांच किसान संगठन शामिल हो रहे हैं। इनमें- भारतीय किसान फेडरेशन, भारतीय किसान यूनियन (मानसा), भारतीय किसान यूनियन (राजेवाल), आजाद किसान संघर्ष कमेटी और किसान संघर्ष कमेटी शामिल है।