उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को धान क्रय प्रक्रिया की गहन माॅनिटरिंग तथा क्रय केन्द्रों का आकस्मिक निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं।
श्री योगी ने कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि धान क्रय केन्द्रों पर किसानों को अपनी उपज बेचने में कोई असुविधा न हो। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि किसानों की उपज का भुगतान 72 घण्टे में हो जाए।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिए कि प्राथमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों को निःशुल्क स्वेटर का वितरण समय से कर दिया जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि यह स्वेटर गुणवत्तापूर्ण हों।
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उन्होंने सरकारी कार्यालयों में सभी कार्मिकों की समय से उपस्थिति पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि जनपदीय, तहसील तथा ब्लाॅक स्तरीय कार्यालयों में भी अधिकारी और कर्मचारी समय से उपस्थित हों। उन्होंने कार्मिकों की कार्यालय में समय से उपस्थिति के सत्यापन के लिए आकस्मिक निरीक्षण करने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि समस्त जिलाधिकारी तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक सी0यू0जी0 नम्बर वाला अपना फोन स्वयं रखे और समय पर कार्यालय आयें। उन्होंने कहा कि इन निर्देशों के अनुपालन की पुष्टि राज्य मुख्यालय स्तर से की जाए।
इस अवसर पर मुख्य सचिव आर के तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त श्री आलोक टण्डन, कृषि उत्पाद आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक हितेश सी अवस्थी, अपर मुख्य सचिव राजस्व श्रीमती रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई एवं सूचना नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डाॅ0 रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव पंचायती राज एवं ग्राम्य विकास मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव पशुपालन श्री भुवनेश कुमार, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य आलोक कुमार, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।