नई दिल्ली। भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत ने गुरुवार को गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमारा आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से जारी रहेगा।
Someone goes there & hoists a flag, why was no firing done? Where was Police? How did he go there? Police allowed him to leave & didn't arrest him. Nothing has been done even now. Who was the person who maligned an entire community & org?: BKU spox Rakesh Tikait on Deep Sidhu pic.twitter.com/V5JGsExjTX
— ANI (@ANI) January 28, 2021
राकेश टिकैत ने आरोप लगाया कि किसानों को रास्ते से भटकाया गया है। सरकार तरफ से आंदोलन को तोड़ने की साजिश रची गई है। राकेश टिकैत ने कहा कि प्रशासन ने किसानों को अपनी जाल में फंसाया, उन्हें उलझाया गया। हिंसा का शब्द हमारी सूची में नहीं है।
#WATCH: Bharatiya Kisan Union (BKU) spokesperson Rakesh Tikait says that farmers will head to the local Police stations around Ghazipur border if the electricity is cut in the area, warns that the onus of what happens next would lie on the govt. (27.01.2021) pic.twitter.com/tFeDPkoSth
— ANI (@ANI) January 28, 2021
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि अगर सरकार को इस आंदोलन को नहीं चलने देना है तो यहां से हमें गिरफ्तार करे। उन सभी ट्रैक्टर सवार किसानों का धन्यवाद जो यहां आए, उन्हें जो रूट दिया गया। उन किसानों को दिल्ली के चक्रव्यूह में फंसाया गया। राकेश टिकैत ने कहा कि जिन्होंने उल्टे सीधे ट्रैक्टर घुमाए उनसे हमारा कोई संबंध नहीं है। टिकैत ने कहा कि हिंसा का शब्द हमारी डिक्शनरी में न है और न रहेगा।
#WATCH: Bharatiya Kisan Union (BKU) spokesperson Rakesh Tikait says that the violence that occurred on 26th January was a conspiracy to malign the farmer unions & distance Punjab from the rest of the country. (27.01.2021) pic.twitter.com/SMJH3hq37j
— ANI (@ANI) January 28, 2021
लाल किले में जो कुछ भी हुआ उससे आंदोलन को तोड़ने की साजिश रची गई। प्रशासन अपनी चाल में कामयाब हो गया। जो जत्था वहां पहुंचा था, उन्हें पुलिस बैरिकेडिंग पर नहीं रोका गया। अधिकारियों से बातचीत के बाद उन्हें जाने दिया गया। उनके धार्मिक भावनाओं को भड़काकर एक धार्मिक ध्वज फहराया गया। लाल किले की प्राचीर पर जो गया उसकी तस्वीर किसके साथ है। राकेश टिकैत ने कहा कि यह वैचारिक लड़ाई है। वैचारिक क्रांति है। यह विचार से ही खत्म होगी, लाठी, डंडे से नहीं।
26 जनवरी को हुई हिंसा के मामले की 9 एफआईआर क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर की गई
दिल्ली में 26 जनवरी को हुई हिंसा के मामले की 9 एफआईआर क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर की गई है। दिल्ली हिंसा की जांच क्राइम ब्रांच के साथ स्पेशल सेल भी करेगी।
CBSE की बोर्ड परीक्षाओं का 2 फरवरी को जारी होगा शेड्यूल , परीक्षा 4 मई से
सीएम अमरिंदर का जावड़ेकर पर पलटवार
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर पर पलटवार किया है। अमरिंदर सिंह ने कहा कि लाल किले हिंसे पर अपना दोष बीजेपी हम पर थोपना चाहती है। हिंसा की जगह पर बीजेपी के समर्थक देखे गए थे और लाल किला हिंसा में बीजेपी की भूमिका है। सीएम अमरिंदर ने कहा कि राहुल गांधी ने किसी को लाल किले पर चढ़ने के लिए नहीं कहा था।