उत्तर प्रदेश में प्याज की खेती को बढ़ावा देने के लिए खरीफ एवं रबी फसलों में उच्च कोटि के बीज की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है और इसके लिए 12 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से चयनित किसान को अनुदान दिया जायेगा।
इस सम्बन्ध में उद्यान विभाग के अपर मुख्य सचिव एमवीएस रामीरेड्डी ने निदेशक उद्यान को निर्देशित किया गया है कि खरीफ एवं रबी मौसम में प्याज बीज की उपयुक्त प्रजाति एग्रीफाउण्ट डार्क रेड, भीमा सुपर, एल0 883 एवं एग्रीफाउण्ट लाइट रेड प्रजातियों के लिए राजकीय संस्थाओं द्वारा सूचित उनकी दरों पर अधिकतम 4.0 हेक्टेयर धनराशि 12000 प्रति हेक्टेयर की दर से अनुदान दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि अनुदान प्याज बीज क्रय कर चयनित लाभार्थियों को उपलब्ध कराया जाएगा। शेष बीज की व्यवस्था चयनित संस्थाओं से कृषक द्वारा स्वयं अपने स्रोत से की जायेगी।
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उन्होंने कहा कि प्याज बीज की गुणवत्ता की सुनिश्चितता के लिए सीधे जिला उद्यान अधिकारियों द्वारा राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान, भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी संघ (नैफेड) एवं नेशनल सीड कारर्पोरेशन से उनकी दरों पर क्रय चयनित लाभार्थी कृषकों को अनुमन्य अनुदान की सीमा धनराशि 12000 रूपये प्रति हेक्टेयर तक उपलब्ध कराया जाएगा।
गौरतलब है कि किसानों के चयन में पारदर्शिता एवं समतुल्यता बनी रहे, इस दृष्टि से योजना के तहत अनुदानित धनराशि कृषकों को डीबीटी0के माध्यम से भुगतान किये जाने के लिए जिला स्तर पर एक कमेटी गठित की गयी है। इस कमेटी में जिलाधिकारी या उनके द्वारा नामित अधिकारी (सीडीओ) अध्यक्ष होंगे मण्डल के उपनिदेशक, उद्यान सदस्य तथा जिला उद्यान अधिकारी, सदस्य सचिव होगें। जिलास्तरीय गठित कमेटी की देख-रेख में योजना सम्बन्धी कार्य को सम्पादित किया जायेगा।