नई दिल्ली। नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला शुक्रवार को जम्मू में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम कश्मीरी पंडितों को वापस लेकर आएंगे। 5 साल तो हो गए इनके, ये 5 साल भी चले जाएंगे। कश्मीरी पंडित आज भी इंतजार कर रहा है वह दिन कब आएगा? फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि अगर जम्मू कश्मीर पाकिस्तान जाना चाहता तो 1947 में ऐसा हो जाता। कोई भी इसे रोक नहीं सकता था, लेकिन हमारा राष्ट्र महात्मा गांधी का भारत है। बीजेपी का भारत नहीं।
Where are development works? 1 year 3 months is long enough to get started on such projects. We'd always say don't be under a misconception that removing Art. 370 & 35A will solve all problems. It is the biggest misstep for J&K. We're not safe on our own lands: Omar Abdullah, NC https://t.co/zeJ9ee3GXP
— ANI (@ANI) November 6, 2020
फारूक अब्दुल्ला के बाद उनके बेटे उमर अब्दुल्ला ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि वह कहते हैं कि आर्टिकल 370 और 35ए को हटने से जो लोग भारतीय व्यवस्था से विचलित थे। उन्हें पूरी तरह से देश के बाकी हिस्सों में आत्मसात कर लिया जाएगा। उमर ने कहा कि मैं विश्वास के साथ कहना चाहूंगा कि इससे ये लोग पहले से भी अधिक अलग-अलग हो गए हैं।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने जम्मू में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जितने युवा पिछले 12-13 सालों में आतंकवाद की राह पर गए उतने तो कुछ ही महीनों में चले गए हैं। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि 2012, 2013, 2014 में, बमुश्किल कुछ युवा थे जो हथियारों का सहारा लिए थे।
उमर अब्दुल्ला ने पूछा कि विकास कार्य कहां है? 1 साल तीन महीने इस तरह की परियोजनाओं को शुरू करने के लिए काफी लंबा है। आर्टिकल 370 और 35ए को हटाने को लेकर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि यह जम्मू-कश्मीर के लिए यह सबसे बड़ा गलत कदम उठाया गया है। हम अपनी भूमि पर सुरक्षित नहीं हैं।