मुंबई| मुंबई के तेज गेंदबाज तुषार देशपांडे अपने करियर के शुरू में बल्लेबाज बनने के इरादे से शिवाजी पार्क जिमखाना गए थे, लेकिन बल्लेबाजी के लिए लंबी कतार देखकर वह गेंदबाजों की कतार में खड़े हो गए और अब उन्हें अपने उस फैसले पर कोई मलाल नहीं है। इस 25 वर्षीय गेंदबाज ने बुधवार की रात को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच में मुश्किल समय में शानदार गेंदबाजी करके दिल्ली कैपिटल्स को राजस्थान रॉयल्स पर 13 रन से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।
देशपांडे ने कहा, ‘यह 2007 की बात है, जब मैं तीन-चार लड़कों के साथ कल्याण से शिवाजी पार्क जिमखाना में सिलेक्शन के लिए गया था। बल्लेबाजों की लंबी कतार थी। उसमें 40-45 खिलाड़ी थे और 20-25 बल्लेबाज पैड पहनकर तैयार थे।’ उन्होंने एक मराठी चैट शो में कहा, ‘गेंदबाजों की कतार में केवल 15-20 खिलाड़ी थे।
विराट कोहली ने बताया, क्यों सफेद जूते में करते हैं बल्लेबाजी
दोपहर बाद 3:30 बजे का समय था और सिलेक्शन शाम 6:30 बजे तक ही होना था।’ देशपांडे ने कहा, ‘मुझे लगा कि बल्लेबाजी के लिए लंबी कतार है और मुझे मौका नहीं मिलेगा लेकिन इसके साथ ही मैं खाली हाथ नहीं लौटना चाहता था और इसलिए मैं गेंदबाजों की कतार में खड़ा हो गया।’
इस तेज गेंदबाज आईपीएल के अपने डेब्यू मैच में 37 रन देकर दो विकेट लिए। अपने चयन ट्रायल की बात करते हुए देशपांडे ने आगे कहा, ‘उस समय तक किसी ने यह नहीं कहा था कि मैं एक औसत लड़के की तुलना में अधिक तेजी से गेंद करता हूं। गेंदबाजों की कतार तेजी से आगे बढ़ रही थी और जब मेरी बारी आयी तो मुझे सौभाग्य से नई गेंद मिल गई।’ उन्होंने कहा, ‘मैंने अपना रन-अप तय किया और गेंद डाली।