उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में मिलावटी शराब पीने से 21 मजदूरों की हालत बिगड़ गई। इनमें दो की मौत हो गई, जबकि 19 को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी ने ठेके से लाई गई शराब पी थी।
आबकारी टीम व पुलिस ने और फिर डीएम-एसपी ने गांव पहुंचकर मामले की जांच की। जिला आबकारी अधिकारी ने माना है कि शराब में नशीला पदार्थ मिलाया गया है। गांव स्थित देसी शराब ठेका व घटनास्थल पर मिली बोतलों से नमूने लेकर जांच को भेजे गए हैं। वहीं पुलिस ने देर रात पीड़िता की तहरीर पर दुकानदार के खिलाफ हत्या समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया।
एक ही परिवार के पांच लोगों ने किया सामूहिक आत्मदाह, इलाके में मचा हड़कंप
जानकारी के मुताबिक, निर्माणाधीन मकान में 10 मार्च को छत की स्लैब डालने के दौरान 2 दर्जन से ज्यादा मजदूर आसपास के गांव से बुलाए गए थे। छत पढ़ने के बाद मकान मालिक ने मजदूरों की इच्छा पर उन्हें पूरी सब्जी खिलाई और शराब मंगवा कर दी। उसी रात 5 मजदूरों को उल्टियां हुई गुरुवार देर शाम 40 वर्षीय भोला पासवान की हालत बिगड़ने पर अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। मोती लाल प्रजापति की नाजुक हालत के उसके परिजन शांति नगर स्थित एक निजी नर्सिंग होम लेकर पहुंचे, जहां उसने दम तोड़ दिया।
गोरखपुर जिला जेल में HIV का विस्फोट, जेल प्रशासन में मचा हड़कंप
एक-एक करके मजदूरों की हालत बिगड़ने लगी जिन्हें फतेहपुर से एंबुलेंस के माध्यम से 10 लोगों को कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया। देर रात और लोगों की हालत बिगड़ी जिन्हें कानपुर के हैलट अस्पताल भेजा गया।
कुल मिला कर शराब प्रखंड में अब तक कानपुर में 19 मजदूरों का इलाज चल रहा है। जीएसएल मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य आरबी कमल ने बताया कि सभी 19 पीड़ितों की देखरेख डॉक्टर्स की टीम कर रही है। शराब नकली थी या मिलावटी इस पर कुछ भी कहने से बचते नजर आए। प्राचार्य अरबी कमल ने बताया उनकी प्राथमिकता है कि सभी जल्द से जल्द स्वस्थ हो।