उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में मैक्रोनी खाने से पिता और पुत्र की मौत हो गई। वहीं, एक महिला और दो बच्चों समेत तीन लोग बीमार हो गये। मैक्रोनी खाने से हुई मौतों के बाद घर-परिवार में कोहराम मच गया।
इस बात की खबर लगते ही डॉक्टर की टीम रविवार देर रात गांव पहुंची, जहां डॉक्टर ने बीमार लोगों का इलाज शुरू किया है। बताया जा रहा है कि मैक्रोनी खाने के बाद बीमार पड़े परिवार ने झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज कराया था।
घटना थाना खुटार के गांव छापा बोझी की है, जहां संदिग्ध परिस्थितियों में एक ही परिवार में पिता-पुत्र की मौत हो गई है। महिला समेत दो बच्चे गंभीर रूप से बीमार हो गये।
बताया जा रहा है कि बुधवार को मृतक शंकरलाल गांव नारौठा से मैक्रोनी लाये थे। पूरे परिवार ने मैक्रोनी बनाकर खाई थी, जिसके बाद शंकरलाल और उसके परिजनों की हालत बिगड़ गई। परिजन शंकरलाल का इलाज नरौठा के एक झोलाछाप डॉक्टर से करवाते रहे. गुरुवार को शंकरलाल की मौत हो गई। इसके बाद शंकरलाल के बड़े बेटे रजनीश की हालत बिगड़ गई।
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झोलाछाप डॉक्टर से फायदा न होने पर उसे रविवार को सीएचसी खुटार लाया गया, जहां उसकी स्थिति गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल में इलाज के दौरान रजनीश की मौत हो गई। रजनीश की मौत के बाद गांव में कोहराम मच गया।
मामले की जानकारी पाकर पुलिस और सीएचसी में तैनात डॉक्टर संजीव मौके पर परिवार के अन्य लोगों का इलाज शुरू किया है। मृतक शंकरलाल के 10 वर्षीय बेट विशाल, 7 वर्षीय बेटी किरन और पत्नी उषा देवी का इलाज उसके घर पर ही किया जा रहा है. खुटार चिकित्सा प्रभारी ने बताया कि मामला फूड प्वाइजनिंग का लग रहा है, बीमारों को इलाज दिया जा रहा है।