कानपुर। बजरिया थाना क्षेत्र में दम्पति की चाकू मारकर हत्या (Murder) की गुत्थी पुलिस ने चंद घंटों में ही खोल दी। पिता ने ही बेटे बहू की हत्या (murder) को अंजाम दिया था। निर्मम हत्या के पीछे आर्थिक तंगी से हो रही कलह को बताया है। पुलिस हिरासत (arrested) में पिता ने अपना जुर्म कबूल किया है।
बता दें कि, बजरिया के रामबाग इलाके में रमेश तिवारी के मकान में किराये का कमरा लेकर चाट का ठेला लगाने वाला शिवम तिवारी पत्नी जूली के साथ रहता था। दम्पति का शव गुरूवार को कमरे में रक्तरंजित मिलने से सनसनी फैल गई। सूचना पर पहुंची पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा, ज्वाइंट कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी, डीसीपी पश्चिम बीबीजीटीएस मूर्ति, एडीसीपी ब्रजेश श्रीवास्तव समेत फॉरेंसिक टीम पहुंचे। आलाधिकारियों ने मौके की गहनता से जांच पड़ताल करते हुए साक्ष्य जुटाए। पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा ने दोहरे हत्याकांड का खुलासा करने को पुलिस की टीमें लगाई।
डीसीपी पश्चिम बीबीजीटीएस मूर्ति के नेतृत्व में एसीपी सीसामऊ निशांक शर्मा के साथ बजरिया पुलिस को लगाया गया। हत्याकांड में पिता के साथ मकान में रहने वाले किरायेदारों को थाने लाया गया। जहां पूछताछ के दौरान पिता दीप कुमार तिवारी ने हत्या का जुर्म स्वीकार कर लिया।
पुलिस लाइन में ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि दोहरे हत्याकांड में पिता ने ही बेटे बहू की हत्या का जुर्म कबूल किया है। पूछताछ में अभियुक्त पिता ने बताया कि परिवार आर्थिक तंगी से परेशान चल रहा था। इससे अक्सर कलह होता था। इससे आजिज आकर पहले बेटे की चाकू से गला रेतकर हत्या की फिर बहू को भी मौत के घाट उतार दिया। हत्या की वारदात के बाद वह हाथ धोकर आराम से निकल गया था।
मुझे कोई पक्षतावा नहीं
बेटे बहू को मौत के घाट उतारने वाले हत्यारे पिता से जब पूछा गया तो उसने बताया कि बीते पांच माह की आर्थिक तंगी से हो रही कलह को लेकर आजिज आ चुका था। इसलिए दोनों की हत्या कर दी। अपने किए पर उसे कोई पक्षतावा नहीं, हमें जो करना था वो कर दिया।