भोपाल के नर्मदा अस्पताल के डॉक्टरों ने आज एक असंभव से दिखने वाले काम को संभव कर दिखाया है। नर्मदा अस्पताल में एक महिला को गंभीर रूप से दोनों कटे हाथों के साथ भर्ती कराया गया था। यहां छह डॉक्टरों की टीम ने 9 घंटे सर्जरी के बाद महिला के दोनों हाथ को कलाई के पास से जोड़ दिया। अब महिला की स्थिति ठीक है। इस मुश्किल सर्जरी के बाद डॉक्टरों की टीम भी काफी उत्साहित है।
दरअसल, 11 नवंबर को विदिशा में रहने वाली एक महिला को गंभीर हालत में भोपाल के नर्मदा अस्पताल लाया गया था। महिला के ससुर ने उस पर तलवार से जानलेवा हमला किया था। तलवार से खुद को बचाने के दौरान महिला के दोनों हाथों पर गंभीर चोटें आई थी और दोनों हाथ कि खून वाली नसें कलाई के पास से कट गईं और हड्डी भी भी टूट गई थी। साथ ही महिला के चेहरे पर वार से उसके चेहरे पर भी काफी गंभीर चोटें आईं थी। बताया जा रहा है कि महिला का हाथ कटकर लगभग लटक गया था।
ऑपरेशन थिएटर में ट्रामेंटोलोजिस्ट और स्पाइन सर्जन डॉक्टर राजेश शर्मा, क्रिटिकल केअर स्पेशलिस्ट डॉक्टर रेणु शर्मा के नेतृत्व में प्लास्टिक सर्जन, वस्कुलर सर्जन, एनेस्थेसिया विशेषज्ञ, फिजिशियन और जनरल सर्जन की टीम ने महिला के हाथों की सर्जरी शुरू की। करीब 8 से 9 घंटे चले ऑपेरशन के बाद महिला के कलाई से लटके हाथ को जोड़ लिया गया। इसके साथ ही उसके चेहरे पर आए गंभीर जख्मों को ठीक किया गया।
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डॉक्टरों ने बताया कि कलाई में खून पहुंचने वाली बारीक नसों को काफी नुकसान पहुंचा था। इसलिए प्लास्टिक सर्जन ने हमारे विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम के साथ महिला की सर्जरी की जो कि लगभग 8 से 9 घंटे तक चली। उसके दोनों हाथों को बचाने में सफल रहे। इस ऑपरेशन को सफल बनाने वालों में प्लास्टिक सर्जन डॉक्टर विशाल रामपुरी, एनेस्थीसिया विशेषज्ञ डॉक्टर प्रशांत यशवंते, फिजिशियन डॉक्टर गोपाल बाटनी रहे।