वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिये मुस्लिम धर्मगुरूओं ने अनूठी पहल की है जिसमें सार्वजनिक स्थानों पर थूकने पर रोक लगाने वाला फतवा जारी किया गया है।
थूक से हाेने वाली संक्रामक बीमारियों के प्रति लोगो को जागरूक करने के उद्देश्य से एक अभियान के तहत मदरसा जामिया नईमिया के दारुल इफ्ता के मुफ़्ती से फतवा लिया गया है जिसमे कहा गया है सडकों पर थूकना खिनोंनवा अमल है। मदरसे से फतवा लेने वाले चिकित्सक डॉ जावेद का मानना है कि लोग उलमा की बात मानते है, अमल करते है इसलिए ये फतवा जारी किया गया है।
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दरअसल सड़को पर थूकना कोरोना काल मे संक्रमण फैलाने जैसा ही है ,उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के जिला समन्वयक डॉ जावेद का मानना है कि सड़कों पर इधर-उधर थूकना न केवल अव्यवहारिक है, बल्कि गम्भीर बीमारियों को भी न्योता देना है और कोरोना काल मे सार्वजनिक स्थानों पर थूकना अपराध की श्रेणी में भी आता है।
बावजूद इसके लोग बाज नही आ रहे है। पैदल ही नही बल्कि बाइक और कार से आते जाते भी सार्वजनिक स्थलों, सड़कों आदि पर थूक रहे है। ऐसे लोगों को रोकने के लिए ही धर्मगुरुओं द्वारा यह अनूठी पहल की गई है ।
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उन्होंने भरोसा जताया कि निश्चय ही इसका मतलब समझेंगे लोग,इस जन जागरूकता अभियान में कुल 50 लोगों की एक टीम बनाई गई है।