श्रीनगर। पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terrorist Attack) के बाद पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं। अब लोग जम्मू-कश्मीर की यात्रा करने से कतराने लगे हैं। इसी बीच जम्मू-कश्मीर सरकार ने दर्जनों रिसॉर्ट और कई मशहूर पर्यटक जगहों को बंद करने का फैसला लिया है। यह बड़ा कदम सुरक्षा कारणों के चलते उठाया गया है।
दरअसल, बीते 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले (Pahalgam Terrorist Attack) में 28 लोगों की जान चली गयी थी। मृतकों में लगभग सभी लोग दूसरे राज्यों व देशों से आए पर्यटक थे। इसके अलावा, करीब 17 लोग घायल भी हुए। पहलगाम मिनी स्विट्जरलैंड भी कहा जाता है, जोकि शांत वादियों और ऊंचे पहाड़ों के लिए मशहूर है। यहां करीब 48 रिसॉर्ट पर ताला लगा दिया गया गया है। साथ ही दूधपात्री और वेरीनाग जैसे कई पर्यटन स्थल भी बंद कर दिए गए हैं।
रिपोर्ट्स के अनुसार, उमर अब्दुल्ला सरकार ने सुरक्षा एजेंसियों की सलाह पर 87 में से पर्यटन स्थलों को बंद करने का फैसला लिया है। खुफिया एजेंसियों ने कश्मीर में आतंकी हमलों (Terrorist Attack) की आशंका जतायी थी।
सूत्रों की मानें तो पहलगाम हमले के बाद कश्मीर घाटी में स्लीपर सेल यानी कुछ छिपे हुए आतंकी सक्रिय हो गए हैं। जिन्हें हमला करने के निर्देश मिला है।
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बताया जा रहा है कि सुरक्षाबलों की ओर से हाल ही में आतंकियों का घर बम से उड़ाने और ढाहने का बदला लेने के लिए टीआरटी संगठन कुछ खास लोगों की हत्या और बड़े हमले की प्लानिंग कर रहे हैं। हमले की आशंका को देखते हुए गुलमर्ग, सोनमर्ग और डल झील जैसे संवेदनशील पर्यटन स्थलों पर पुलिस की खास टीमें और एंटी फिदायीन दस्ते तैनात कर दिए गए हैं।