शिमला। भयंकर अग्निकांड में 4 मंजिला मकान जलकर खाक हो गया। चार मंजिला इस भवन में करीब आठ परिवार रहते थे। मकान पूरी तरह जल जाने के बाद ये परिवार बेघर हो गए हैं। आग की इस घटना में लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। प्राप्त सूचना के अनुसार आग की यह घटना रात करीब 12 बजे पेश आई। आग लगने का कारण शार्ट सर्किट होना बताया जा रहा है।
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चार मंजिला इस भवन में 20 से ज्यादा कमरे थे। पूरा मकान लकड़ी का बना हुआ था। आग लगने के बाद परिवार के सभी सदस्यों ने बाहर भागकर अपनी जान बचाई। मौके पर स्थानीय लोग और पुलिस की टीम भी पहुंची व साथ लगते घरों को बचाया गया। लोगों ने फायर ब्रिगेड को तुरंत आग लगने की सूचना दे दी थी। अन्यथा साथ लगते मकान भी आग की चपेट में आ सकते थे। रातभर ठंड में राहत कार्य चलता रहा।
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गनीमत रही कि अग्निकांड में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। डीएसपी रोहड़ू सुनील नेगी ने बताया रात के समय यह घटना पेश आई है। उन्होंने कहा प्रभावित परिवारों को फौरी राहत के साथ हर संभव सहायता दी जाएगी। दमकल विभाग की टीम ने आग को और घरों तक पहुंचने से पहले काबू कर लिया। यदि आग फैल जाती तो पूरा गांव खाक हो सकता था।
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हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में सर्दियों के मौसम में आग लगने के ज्यादा मामले आते हैं। यह मकान लकड़ी के बने होते हैं और ईमारती लकड़ी पर किया गया पॉलिश एकदम से आग पकड़ लेता है। इसके अलावा ठंड से बचने के लिए इक्ट्ठी की गई लकडि़यां व सूखा घास आदि आग में घी का काम करते हैं।