धनकुबेर मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज में विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 30 सितंबर को समाप्त तिमाही में अपनी हिस्सेदारी 25.2 प्रतिशत तक बढ़ा दी है। कंपनी की रेगुलेटरी फाइलिंग में यह बात सामने आई है।
सितंबर तिमाही में विदेशी संस्थागत निवेशकों ने रिलायंस इंडस्ट्रीज में करीब 2.73 करोड़ की शेयरों की खरीददारी की। शेयर बाजार में गुरूवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 2107 रू पर बंद हुआ है। मार्केट प्राइज के हिसाब से यह खरीददारी लगभग 5750 करोड़ रू की बैठती है।
बीजेपी के मंत्री ने कार्यकर्ता पर तानी रिवॉल्वर और गालियां देने का वीडियो वायरल
रिलायंस की रेगुलेटरी फाइलिंग के मुताबिक सितंबर तिमाही के अंत तक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के पास 165.8 करोड़ शेयर थे। जो कुल शेयर होल्डिंग का 25.2 प्रतिशत है। जून तिमाही में 30 विदेशी संस्थागत निवेशकों के पास कुल 163.07 करोड़ शेयर ही थे।
ब्रोकरेज हाउस जेपी मॉर्गन ने रिलायंस में एफआईआई के निवेश पर एक नोट जारी कर कहा है कि रिलायंस में एफआईआई का निवेश नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। उधर म्युचुअल फंड्स ने रिलायंस में अपनी हिस्सेदारी घटाई है। जून तिमाही में घरेलू म्यूचुअल फंडों की आरआईएल में हिस्सेदारी 5.37 प्रतिशत थी जो सितंबर में घटकर 5.12 प्रतिशत रह गई।
अफगान वायुसेना की एयर स्ट्राइक में तालिबान कमांडर समेत 12 आतंकवादी ढेर
प्रमोटर्स ने भी अपनी हिस्सेदारी मे ईजाफा किया है। प्रमोटरों ने भी अपनी हिस्सेदारी 50.37 प्रतिशत से बढ़ाकर 50.49 प्रतिशत कर ली है।