मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में शारदीय नवरात्र के अवसर पर फिल्मी कलाकारों के माध्यम से आयोजित होने वाली रामलीला कल से शुरू हो जायेगी।
रामलीला कमेटी के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लक्ष्मण किला परिसर में आयोजित रामलीला के लिये भव्य मंच बनाया गया है। इस मंच को आकर्षक ढंग से सजाने का काम मुंबई से इवेंट मैनेजर हरिभाई ने किया है। उन्होंने बताया कि 17 अक्टूबर से शुरू होने जा रही रामलीला में जूनियर आर्टिस्टों के साथ भगवान राम की भूमिका निभाने वाले कलाकार सोनू डालर व सीता की भूमिका निभाने में कविता जोशी यहां अयोध्या पहुंच रही हैं। वहीं सीनियर आर्टिस्ट भी अयोध्या आ रहे हैं। बताया गया है कि जूनियर आर्टिस्ट की टीम लक्ष्मण किला के निकट धर्मशाला में ही ठहरेगी। इसके अलावा अन्य कलाकार अलग-अलग जगहों पर ठहराये जायेंगे।
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सूत्रों के अनुसार भाजपा सांसद व लोकगायक मनोज तिवारी अंगद का रोल करेंगे और भोजपुरी स्टार एवं सांसद रविकिशन भरत की भूमिका में नजर आयेंगे। फिल्म स्टार बिंदु दारा सिंह हनुमान, फिल्म स्टार असरानी नारद मुनि, फिल्म स्टार रजा मुराद अहिरावण, फिल्म स्टार शहबाज खान रावण के रूप में नजर आयेंगे। उन्होंने बताया कि फिल्म स्टार अवतार गिल, सुबाहु और जनक फिल्म स्टार राजेश पुरी सुतीक्ष्ण, निषाद राज, अभिनेत्री रितू शिवपुरी कैकेयी, रेखा राजेश बेदी विभीषण, उनकी बेटी सुलोचना के किरदार में नजर आयेंगी। उन्होंने बताया कि फिल्म स्टार सुरेन्द्र पाल सिंह भी विभिन्न किरदारों में नजर आयेंगे।
अयोध्या के रामलीला के मंचन में दर्शकों को आने की स्वीकृति नहीं है। रामलीला को सिर्फ सेटेलाइट और यूट्यूब चैनल तथा अन्य सोशल मीडिया पर 17 से 15 अक्टूबर तक शाम सात बजे से दस बजे तक दिखाया जायेगा, और रामलीला समाप्त होने के बाद रिकार्ड करके चौदह भाषाओं में कन्वर्ट करके यूट्यूब पर दिखाया जायेगा।
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इस बीच भगवान के वन गमन मार्ग पर पडऩे वाले तीर्थों से लाई गयी मिट्टी के अंशों से प्रभु श्रीराम की खूबसूरत प्रतिमा बनायी गयी है। यह प्रतिमा रामलीला के मंच पर मंचन के दौरान सुसज्जित रहेगी। आयोजन समिति का कहना है कि मंचन के अंतिम दिन भगवान की प्रतिमा का माँ सरयू के पुण्य सलिला में विसर्जन कर दिया जायेगा। मूर्ति का निर्माण शिल्पकार नरेश कुमाऊत ने किया है।
गौरतलब है कि कोरोना महामारी को देखते हुए प्रदेश सरकार ने दुर्गा पूजा और रामलीला सार्वतजनिक स्थानों पर रोक लगा दिया है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी में शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में 112 जगहों पर रामलीला का मंचन और करीब एक हजार जगहों पर मां दुर्गा का पंडाल सजा करके भव्य रूप से दुर्गा पूजा का आयोजन हुआ करता था, परन्तु कोरोना के होने के नाते प्रशासन ने सभी जनता से कहा है कि यह लोग अपने-अपने घरों में माँ दुर्गा की पूजा और आरती करें, जिससे इस महामारी को जड़ से मिटाया जा सके।