उत्तर प्रदेश के बिजनौर जनपद में सामूहिक रोजा इफ्तार पार्टी में जाने पर सपा विधायक समेत 35 पर केस दर्ज किया गया है। जिले में सोशल डेस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती नजर आई। इस कार्यक्रम का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की।
कोरोना महामारी के दौर में सामूहिक रोजा इफ्तार कार्यक्रम में हिस्सा लेने के आरोप में नगीना पुलिस ने सपा विधायक मनोज पारस सहित 35 नेताओं के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
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वहीं कार्रवाई के बाद कुछ लोग पुलिस की आलोचना कर रहे हैं तो कुछ लोग इसे कोरोना की रोकथाम के लिए उठाया सख्त कदम बता रहे हैं। इस संबंध में नगीना के सपा विधायक मनोज पारस का कहना है कि यह मुकदमा बदले की भावना से कराया गया है।
उनका कहना है कि रोजा इफ्तार कार्यक्रम में चंद लोग ही शामिल थे। जिन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन किया था।
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इस मामले में सीओ सुमित शुक्ला का कहना है कि रोजा इफ्तार कार्यक्रम में विधायक समेत जिन लोगों ने भी हिस्सा लिया है, उन्होंने कोरोना महामारी के नियमों का पूरा उल्लंघन किया है। उनका कहना है कि धार्मिक आयोजनों पर पूरी तरह प्रतिबंध है। रोजा इफ्तार भी पूर्ण रूप से धार्मिक कार्यक्रम है जो आयोजित नहीं हो सकता।