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दलित नेता की हत्‍या के आरोप में तेजस्‍वी सहित छह लोगों पर FIR दर्ज़

Dalit leader killed in Purnia of Bihar

तेजस्‍वी पर लगाया हत्‍या का आरोप

पटना। बिहार के पूर्णिया जिले में दलित नेता की हत्‍या पर सूबे की सियासत उफान पर है। जदयू ने बिहार के पूर्णिया जिले में दलित नेता शक्ति मल्लिक की हत्‍या का आरोप तेजस्‍वी यादव पर लगाया है। कहा है कि राजनीतिक साजिश के तहत दलित नेता की हत्‍या कराई गई है। मामले में सीबीआइ जांच की मांग की है। कहा है कि हत्‍या का आरोप दलित नेता की पत्‍नी ने तेजस्‍वी पर लगाया है तो वो प्राइम आरोपित तो होंगे।

दरअसल, दलित नेता के हत्‍या के दो पहले का एक वीडियो और एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें दलित नेता शक्ति मल्लिक ने अपने हत्‍या की आशंका जताई थी। वीडियो में उन्‍होंने साफ कहा है कि राजद नेता तेजस्‍वी यादव उनकी हत्‍या करा सकते हैं। शक्ति मल्लिक ने कुछ दिन पहले ही राजद से चुनाव का टिकट ना मिलने पर बगावत किया था। उन्‍हें राजद से निष्‍कासित कर दिया गया था।

उनकी पत्‍नी खुशबू ने भी तेजस्‍वी यादव, तेज प्रताप यादव और अनिल साधु पर पति की हत्‍या का आरोप लगाया है। उन्‍होंने कहा कि पति को राजद से निकाल दिया गया था। तेजस्‍वी यादव ने टिकट के पैसे मांगे थे। पति रानीगंज से निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे।

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जदयू के प्रवक्‍ता अजय आलोक ने कहा है कि चुनाव के समय ऐसी राजनीतिक हत्‍या काफी संवेदनशील है। हत्‍या का आरोप सीधे-सीधे नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव पर है। इसकी जांच होनी चाहिए। बिहार में दलित होना कोई अपराध नहीं है। उन्‍होंने दलित नेता की मृत्‍यु के पहले की वायरल वीडियो का हवाला देते हुए कहा कि एक दलित नेता ने मरने से पहले तेजस्‍वी यादव को एक्‍सपोज कर दिया है। एक दलित नेता से टिकट के लिए पचास लाख रुपये मांगे गए।

राजद ने कहा कि महागठबंधन में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव के खिलाफ जदयू तरह-तरह की साजिश रच रही है। राजद के प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि बिहार की जनता इस बार के विधानसभा चुनाव में साजिश करने वालों को माकूल जवाब देगी। तेजस्वी यादव की लोकप्रियता को देख जदयू नेताओं की बेचैनी बढ़ गयी है। राजद की छवि को प्रभावित करने के लिए जदयू द्वारा तरह-तरह की साजिश और दुष्प्रचार का सहारा लिया जा रहा है।

वहीं जाप के कार्यकारी अध्‍यक्ष राघवेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि जब वीडियो वायरल  हो रहा था  तब  सरकार और प्रशासन  क्‍या कर  रही थी?  जब शक्ति  मलिक ने हत्‍या  की आशंका जताई थी  तब प्रशासन हाथ पर  हाथ  रखकर क्‍यों बैठा रहा।

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पूर्व राजद नेता के हत्‍या के पहले का एक ऑडियो और एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वे कह रहे हैं ‘मैं तेजस्‍वी यादव से मिलने गया था। तेजस्‍वी यादव जैसे ही घर से बाहर निकले मैं बैठा था, मैंने कहा प्रणाम सर। उन्‍होंने पूछा क्‍या हाल ? मैंने कहा कि सर देखिए न अनिल साधु जी टिकट के लिए डोनेशन मांग रहे हैं।

इसपर तेजस्‍वी यादव ने कहा तुम्‍हारे पास पैसा है तो चुनाव लड़ो नहीं तो यहां से निकलो। इसपर मैंने कहा सर हमलोगों राजद के पुराने कार्यकर्ता है , पार्टी की बहुत सेवा की है। हम पैसा कहां से लाएंगे। फिर तेजस्‍वी यादव जी ने मुझे कहा, तुम डोम हो, डोम ही रहोगे। हम तुमको विधान सभा नहीं पहुंचने देंगे।’

शक्ति मलिक ने वायरल ऑडियों में कहा है कि ‘मुझसे टिकट के लिए 50 लाख रुपये मांगे गए। मैंने मना किया तो तेजस्‍वी यादव जी ने मुझे धमकी दी कि तुम्‍हारी हत्‍या करा देंगे। हम लालू यादव के बेटे हैं। हम नेता प्रतिपक्ष हैं। यह मेरी पार्टी है, जो चाहेंगे करेंगे।

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