मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फर्जी दस्तखत बना कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजे जाने के मामले में सीबीआई दिल्ली की अपराध शाखा ने एफआईआर दर्ज कर ली है। बाद में यह केस सीबीआई लखनऊ यूनिट को स्थानांतरित कर दिया गया।
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प्रधानमंत्री कार्यालय के सहायक निदेशक पीके इस्सर के निर्देश पर सीबीआई लखनऊ यूनिट ने ही इस मामले की जांच की थी। जांच में पता चला था कि पत्र जौनपुर जिले के बदलापुर डाकघर से 13 जून 2019 को भेजा गया था। पत्र भेजने वाले ने अपना नाम संदीप सिंह लिखा था।
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सीबीआई ने संदीप से पूछताछ की तो पत्र की लिखावट से पता चला कि यह पत्र उसके जानने वाले जौनपुर निवासी शिवाजी यादव ने भेजा था। जांच में यह भी सामने आया कि शिवाजी मोबाइल फोन के जरिये विशाल यादव नाम के एक व्यक्ति से लगातार संपर्क में था।
सीबीआई को विशाल ने बताया कि शिवाजी भाजपा से टिकट लेने की कोशिश में था।