प्रयागराज। प्रयागराज महाकुंभ (Maha Kumbh) में सेक्टर 12 में ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती (Swami Avimukteshwaranand Saraswati) के शिविर में बुधवार को आग लग गई। सुबह करीब सात बजे शिविर में एक साथ दो जगह पर आग लगी थी। पश्चिमी हिस्से में लगी आग में दो टेंट जलकर राख हो गए जबकि पूर्वी हिस्से में लगाई गई साधु कुटिया से भी उसी वक्त धुआं उठने लगा। वहां मौजूद महिला श्रद्धालु को सुरक्षित बाहर निकल गया। शिविर में दो जगहों पर आग लगने की घटना से लाखों का सामान जलकर राख हुआ। राहत की बात यह रही की कोई जनहानि नहीं हुई है।
घटना की जानकारी मिलने के बाद फायर ब्रिगेड और अन्य राहत कार्यों में जुटे कर्मचारियों ने त्वरित कार्रवाई की और आग पर काबू पा लिया।फायर डिपार्टमेंट के अधिकारियों के अनुसार, आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी, जो साधु कुटिया में इलेक्ट्रिक केतली के इस्तेमाल के कारण हुआ था। हालांकि, इस घटना को लेकर शिविर से जुड़े लोग संदेह जताते हुए इसे महज एक संयोग नहीं मानते। उन्होंने इस घटना को लेकर साजिश की आशंका जताई है। उनका कहना है कि एक साथ दो अलग-अलग स्थानों पर आग लगना सामान्य घटना नहीं हो सकती है, और यह किसी जानबूझकर की गई साजिश का परिणाम हो सकता है।
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती (Swami Avimukteshwarananda) के शिविर में हर दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु और भक्त आते हैं। इस शिविर में रोजाना धर्म संसद का आयोजन होता है, जिसमें लाखों श्रद्धालु धर्मिक चर्चाओं में भाग लेते हैं। यह शिविर महाकुंभ के दौरान खासा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इस घटना के बाद महाकुंभ के चीफ फायर ऑफिसर प्रमोद शर्मा ने बताया कि फायर ब्रिगेड की टीम ने तत्परता दिखाते हुए आग पर काबू पाया और कोई बड़ी जनहानि होने से बची। फिर भी, इस घटना को लेकर जांच जारी है।
अधिकारियों ने इस बात का ध्यान रखने की बात की है कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों। इस घटना ने महाकुंभ के आयोजकों और श्रद्धालुओं को सतर्क कर दिया है। अब इस मुद्दे पर प्रशासन और शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती (Swami Avimukteshwarananda) के अनुयायी दोनों ही इस घटना के साजिश से जुड़े पहलुओं पर विचार कर रहे हैं।