नवरात्र के पांचवें दिन सोमवार को मां विन्ध्यवासिनी मन्दिर परिसर में स्थित काली मंदिर में शॉर्ट सर्किट से एसी में आग लग जाने से मंदिर परिसर में अफरा-तफरी मच गई।
कुछ ही देर में एयरकंडीशन जल कर खाक हो गया। मंदिर पर मौजूद प्रशासनिक अफसरों ने तत्काल मंदिर को श्रद्धालुओं से खाली कराने के बाद आग बुझवाने में जुट गए। इससे मंदिर में दर्शन पूजन करीब आधे घंटे प्रभावित रहा।
विन्ध्यवासिनी मन्दिर परिसर में स्थित मां काली मंदिर की एसी में आग लगते ही दर्शन पूजन करा रहे पुरोहित बाहर निकल कर इसकी जानकारी जब तक अफसरों को देते तब तक पूरा मंदिर धुंआ से भर गया। यह देख मंदिर पर दर्शन पूजन के लिए लाइन में खड़े श्रद्धालु मंदिर से दूर भाग गए। प्रशासनिक अफसरों ने मंदिर परिसर को श्रद्धालुओं से खाली करा लिया। इसके साथ ही मंदिर की बिजली भी गुल करा दी गई।
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अग्निशमन विभाग को फोन कर जानकारी दी गई। अग्निशमन विभाग के कर्मचारी अग्निरोधक सिलेंडर के साथ अग्नि शमन विभाग के सुभाष मिश्रा मौके पर पहुंच कर आग बुझाने में जुट गए। अग्नि शमन विभाग के कर्मचारी ने करीब 30 मिनट में आग पर काबू पा लिया। इसके बाद श्रद्धालुओं को दर्शन पूजन के लिए मां विंध्यावसिनी के मंदिर के गर्भगृह और झांकी पर जाने दिया गया।
पुरोहितों का कहना है कि इस घटना के लिए काफी हद तक विद्युत विभाग जिम्मेदार है। नवरात्र के पूर्व मन्दिर पर स्थित समस्त विद्युत प्वाइंटों की जांच पड़ताल कर एनओसी जारी करता है। इस घटना से प्रतीत होता है कि विद्युत विभाग ने बगैर जांच पड़ताल के ही औपचारिकता का निर्वहन करते हुए एनओसी जारी कर दिया है।