साल का पहला चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) 05 मई यानी आज लगने जा रहा है. ये विशिष्ट चंद्र ग्रहण न होकर एक उपच्छाया ग्रहण है. ये 05 मई यानी आज रात 08 बजकर 44 मिनट पर शुरू होगा और इसका समापन 06 मई को रात 01 बजकर 02 मिनट पर होगा. ज्योतिष के अनुसार, ये ग्रहण तुला राशि और स्वाति नक्षत्र में लगेगा. ये उपछाया ग्रहण भारत में दृश्यामान नहीं होगा.
चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) का देश दुनिया पर प्रभाव
05 मई यानी आज लगने जा रहे इस चंद्र ग्रहण से पश्चिमी देशों में समस्याए बढ़ सकती हैं. प्राकृतिक आपदाओं की संभावना भी बढ़ेगी. वायुयान दुर्घटना और अग्नि से आपदा हो सकती है. महिला राजनीतिज्ञों को अपनी सेहत का ध्यान रखना होगा. इस समय न्यायालय से कोई महत्वपूर्ण निर्णय आ सकता है.
ग्रहण काल में क्या करने से होगा लाभ
- ग्रहणकाल में मंत्र जाप, स्तुति करें.
- ग्रहणकाल में ध्यान करना लाभकारी माना जाता है.
- ग्रहणकाल में की गई पूजा, निश्चित रूप से स्वीकार होती है.
- अगर कोई मंत्र सिद्ध करना चाहते हैं या दीक्षा लेना चाहते हैं तो ग्रहण के बाद स्नान करके किसी निर्धन को कुछ दान करें.
चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) की अवधि
यह ग्रहण रात 8 बजकर 44 मिनट से लेकर मध्य रात्रि करीब 01 बजकर 02 मिनट तक रहेगा. इस चंद्र ग्रहण की अवधि लगभग 04 घंटे 15 मिनट की होगी. साथ ही चंद्र ग्रहण तुला राशि में लगना जा रहा है और यहां चंद्रमा केतु की युति बन रही है. ऐसे में चंद्रमा की पहली दृष्टि मेष राशि पर होगी. इसलिए इस चंद्र ग्रहण से मेष और तुला राशि वालों को सावधान रहना होगा.
चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) में गर्भवती महिलाएं रखें इस बातों का ध्यान
- चंद्रग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए.
- ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को खाना पकाने या खाने से बचना चाहिए.
- गर्भवती महिलाएं भूलकर भी चाकू-कैंची या किसी भी धारदार चीज का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) के दौरान क्या न करें
- चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) के दौरान क्रोध न करें, क्रोध करने से अगले 15 दिन आपके लिए खतरनाक हो सकते हैं.
- चंद्र ग्रहण के दौरान भोजन ग्रहण न करें. साथ ही पूजा पाठ करना भी वर्जित माना जाता है.
- चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) के दौरान किसी भी सुनसान जगह या श्मशान भूमि के पास नहीं जाना चाहिए. इस दौरान नकारात्मक शक्तियां काफी ज्यादा हावी रहती हैं.
- चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) के दौरान व्यक्ति को किसी भी नए काम की शुरुआत नहीं करनी चाहिए. माना जाता है कि ग्रहण के दौरान नकारात्मक ऊर्जा अधिक रहती है.
- ग्रहण की अवधि में पति-पत्नी को शारीरिक संबंध नहीं बनाने चाहिए. ऐसा करने से आपके घर की सुख-शांति खराब हो सकती है.
चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) के दौरान क्या करें
- चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) के दौरान सिर्फ भगवान के मंत्रों का जप करना चाहिए, जो कि दस गुना फलदायी माना जाता है.
- चंद्र ग्रहण के बाद शुद्ध जल से स्नान करके, गरीबों का दान देना चाहिए.
- चंद्र ग्रहण के बाद पूरे घर को शुद्ध करना चाहिए. ऐसा करने से घर की सभी नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती है.
- ग्रहण के समय गायों को घास, पक्षियों को अन्न, जरूरत मंदों को वस्त्र दान देने से अनेक गुना पुण्य प्राप्त होता है.
कहां कहां दिखेगा ये चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan)
05 मई को पड़ने वाला चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) एक उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा, जो भारत में दिखाई नहीं देगा. इसलिए इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा. लेकिन यह चंद्र ग्रहण यूरोप, मध्य एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, अटलांटिक, हिंद महासागर और अंटार्कटिका जैसी जगहों पर दिखाई देगा.