आज कल के भागदौड़ भरी जिंदगी में कौन सी बीमारी कब हो जायें कुछ कहा नहीं जा सकता हैं। स्वास्थ्य को बरकरार रखने के लिए ओमेगा 3 फैटी एसिड एक बहुत ही जरूरी तत्व है। इस तत्व की भरपूर मात्रा ट्यूना, हलिबेट, शैवाल, क्रिल्ल जैसी मछलियों में पाया जाता है। शरीर में इस एसिड की कमी को पूरा करने के लिए फिश ऑयल (Fish oil) का इस्तेमाल करना बहुत ही अच्छा होता है। फिश ऑयल (Fish oil) कैप्सूल्स के रूप में आता है।
इसके सेवन से मोटापा कम होता है और हड्डियां मजबूत होती हैं। इतना ही नहीं फिश ऑयल (Fish oil) के और भी कई सारे फायदे हैं। तो आइए बिना देर किए जानते हैं इससे होने वाले फायदों के बारे में…मछली के तेल (Fish oil) से नेत्र विकार दूर होते हैं। फिश ऑयल में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड उम्र के साथ बढ़ती आंखों की समस्याओं को कम करने में सहायक होता है।
फिश ऑयल (Fish oil) में मौजूद इकोसैपेंटेनोइक एसिड और डोकोसाहेक्सैनोइक एसिड शरीर में रक्तचाप को नियंत्रित रखता है, जिसकी मदद से हृदय संबंधी बीमारियों की संभावना भी कई हद तक दूर हो जाती है।
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मछली के तेल (Fish oil) के सेवन से वजन भी घटाया जा सकता है। एक शोध के मुताबिक, 6 ग्राम रोजाना मछली का तेल शरीर से अतिरिक्त फैट को कम करने में मदद कर सकता है।
फिश ऑयल के सेवन से हड्डियों के घनत्व यानी डेंसिटी बढ़ता है, जिससे हड्डियां मजबूत और स्वस्थ रहती हैं। मछली का तेल हड्डी संबंधी रोग ऑस्टियोपोरोसिस यानी कमजोर हड्डियों को ठीक कर सकता है। डायबिटीज से पीड़ित मरीजों के लिए भी मछली का तेल बहुत फायदेमंद है। इसके सेवन से इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ती है। हालांकि इस पर अभी खोज चल रही है।
त्वचा के साथ ही बालों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी मछली का तेल बहुत कारगर है। फिश ऑयल में पाए जाने वाले ओमेगा-3 फैटी एसिड से बाल घने और मजबूत होते हैं। त्वचा संबधी कई रोगों में भी इस एसिड को इस्तेमाल में लाया जाता है।