फूलपुर कोतवाली के अमिलिया गांव में शु्क्रवार रात सरकारी देशी शराब के ठेके की शराब पीने से पांच लोगों की मौत हो गई। चार अन्य लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत नाजुक है। आशंका जताई गई है कि शराब जहरीली थी। अधिकारी जांच कर रहे हैं कि सरकारी ठेके पर जहरीली शराब कैसे पहुंची।
अमिलिया गांव में अगरापट्टी की रहने वाली संगीता जायसवाल के नाम से देशी शराब का ठेका है। शुक्रवार देर शाम को शराब पीने वालों का जमावड़ा लगा था। पीने के कुछ देर बाद अचानक कई लोग एक-एक कर जमीन पर गिरने लगे। यह देख वहां अफरातफरी गई। जहरीली शराब का शोर मचा तो अन्य लोगों ने बोतल फेंक दी। जमीन पर गिरे लोगों को नजदीक के अस्पताल ले जाया गया।
इसमें बसंत लाल पटेल (55), शंभू नाथ मौर्य (55), राज बहादुर गौतम (50) निवासी अमिलिया व प्यारे लाल (48) निवासी खनसार माली का पूरा, राजेश गौड़ निवासी मैलहन को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
सहारा समूह से 62 हजार करोड़ के भुगतान के लिए SEBI ने खटखटाया कोर्ट का दरवाजा
पांच लोगों की मौत से गांव में हड़कंप मचा हुआ है। ग्रामीण जहरीली शराब पीने से मौत होने का आरोप लगाकर हंगामा भी कर रहे हैं। शराब पीने से पांच लोगों की मौत और तीन लोगों की तबीयत बिगड़ने की सूचना पर मौके पर सबसे पहले सीओ फूलपुर पुलिस बल के साथ पहुंचे। इसके बाद मौके पर एसपी गंगापार धवल जायसवाल, एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी और डीएम भानु चंद्र गोस्वामी भी पहुंच गए।
पूछताछ में पता चला है की गांव में स्थित शराब के ठेके से ही मृतकों ने गुरुवार को देशी शराब खरीदी थी। शराब पीने के बाद उनकी हालत बिगड़ने लगी और सुबह से एक-एक कर चार लोगों की मौत हो गई। वहीं प्रशासन पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटा है।
आबकारी विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर सरकारी देशी शराब के ठेके से ली गई शराब की सैंपलिंग कर जांच के लिए लैब भेज दी है। अधिकारियों का कहना है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि शराब जहरीली थी या नहीं। फिलहाल पूरे मामले में जांच में पुलिस और प्रशासन जुटा है।