शादी के कुछ समय बाद ही सभी अपने अनुसार बच्चे की प्लानिंग करने लगते हैं। लेकिन कई लोगों के जीवन में संतान का सुख पाने में अडचनें आती हैं। ऐसे में उन्हें चिकित्सकीय परामर्श की जरूरत पड़ती हैं। लेकिन इसी के साथ ही वास्तु के नियमों का पालन किया जाए तो अधिक शुभ रहता हैं और आपकी संतान सुख की कामना को पूरा करने में मदद मिलती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ वास्तु टिप्स बताने जा रहे हैं जो संतान प्राप्ति के योग बनाने में मददगार साबित होंगे।
– ऐसे दंपति जो संतान प्राप्ति की इच्छा रखते हैं, वे अपने शयन कक्ष में श्रीकृष्ण के बालरूप की तस्वीर लगाएं। यदि श्रीकृष्ण के बालरूप की तस्वीर लगाएंगे तो इसके दो फायदे होंगे। पहला यह कि संतान सुख मिलेगा तथा दूसरा यह कि संतान श्रीकृष्ण जैसी गुणवान भी होगी।
– यदि आप श्रीकृष्ण के बालरूप वाली तस्वीर नहीं लगाना चाहते हैं तो किसी हंसते-मुस्कुराते सुंदर बालक की तस्वीर भी लगा सकते हैं।
– माना जाता है कि संतान सुख पाने के लिए अपने बिस्तर में हरे रंग की बांसुरी को छुपाकर रखें।
– पत्नी को हमेशा पति के बाएं ओर सोना चाहिए। पति-पत्नी का बिस्तार छत की बीम के नीचे नहीं होना चाहिए।
– संतान सुख में बाधा होने पर शयनकक्ष में हाथी का चित्र या प्रतिमा रख सकते हैं।
– ईशान कोण में कोई भी वास्तु दोष जैसे भारी निर्माण, ईशान कोण का कटा होना या ऊंचा होना, सीढ़ियां, टॉयलेट आदि का होना संतान सुख होने में रुकावट डालता है। अतः ईशान कोण में कोई भी वास्तु दोष है तो सर्वप्रथम उस दोष का उपाय करें।
– बृहस्पति ग्रह संतान का नैसर्गिक कारक है। बृहस्पति को बल दें।
– पति पत्नी को हो सके तो वायव्या दिश के कमरे में सोना चाहिए। गर्भधारण करके के बाद दम्पत्ति को दक्षिण या नैऋत्य भाग के शयन कक्ष सोना चाहिए।