सुप्रीम कोर्ट में हाल ही में नियुक्त नौ नए न्यायाधीशों को सीजेआई एनवी रमण मंगलवार को शपथ दिलाई। यह पहला मौका है जब इतना बड़ा शपथ समारोह हुआ। नौ नए न्यायाीधीशों में तीन महिला न्यायाधीश शामिल हैं। शपथ ग्रहण समारोह उच्चतम न्यायालय के अतिरिक्त भवन परिसर के सभागार में आयोजित किया गया।
सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में यह पहला मौका है जब नौ जजों को एक साथ शपथ दिलाई गई। आमतौर पर नए जजों को शपथ प्रधान न्यायाधीश के कोर्ट रूम में दिलाई जाती है। मंगलवार को नौ नए जजों की शपथ के बाद शीर्ष अदालत में सीजेआई रमण समेत जजों की संख्या बढ़कर 33 हो जाएगी, जबकि स्वीकृत संख्या 34 है। शपथ समारोह का डीडी न्यूज, डीडी इंडिया और लाइव वेबकास्ट पर सीधा प्रसारण किया गया।
Delhi: Nine judges — Justices AS Oka, Vikram Nath, JK Maheshwari, Hima Kohli, BV Nagarathna, CT Ravikumar, MM Sundresh, Bela M Trivedi & PS Narasimha — take oath as Supreme Court judges
(Photo – Supreme Court) pic.twitter.com/fWeB4HIJF9
— ANI (@ANI) August 31, 2021
शीर्ष अदालत के न्यायाधीशों के रूप में पद की शपथ लेने वाले नौ नए न्यायाधीशों में शामिल हैं- न्यायमूर्ति अभय श्रीनिवास ओका, न्यायमूर्ति विक्रम नाथ, न्यायमूर्ति जितेंद्र कुमार माहेश्वरी, न्यायमूर्ति हिमा कोहली और न्यायमूर्ति बीवी नागरत्ना, न्यायमूर्ति सीटी रविकुमार, न्यायमूर्ति एमएम सुंदरेश, न्यायमूर्ति बेला एम त्रिवेदी और पीएस नरसिम्हा।
जस्टिस नागरत्ना सितंबर 2027 में पहली महिला सीजेआई बनने की कतार में हैं। जस्टिस नागरत्ना पूर्व सीजेआई ई एस वेंकटरमैया की बेटी हैं। इन नौ नए जजों में से तीन जस्टिस नाथ, नागरत्ना और नरसिम्हा सीजेआई बनने की कतार में हैं।
बता दें, नौ नए जजों के नामों को सीजेआई रमण की अध्यक्षता वाले कॉलेजियम ने 17 अगस्त को हुई बैठक में मंजूरी दी थी। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट में नए जजों की नियुक्ति को लेकर 21 माह से जारी गतिरोध खत्म हो गया। इस गतिरोध के कारण ही 2019 के बाद से एक भी नए जज की नियुक्ति शीर्ष कोर्ट में नहीं हो सकी थी। 17 नवंबर 2019 को तत्कालीन सीजेआई रंजन गोगोई की बिदाई के बाद से यह गतिरोध कायम था।