वॉशिंग्टन। अमेरिका में साल 2022 में सेरो पेलाडो में लगी भयंकर आग (Forest Fire) को लेकर खुलासा हुआ है कि यह आग अमेरिकी वन विभाग की लापरवाही से ही लगी थी। इस आग में 60 वर्गमील का जंगल जलकर खाक हो गया था और इसमें कई रिहायशी इलाके भी चपेट में आ गए थे। आग की इस घटना की जांच चल रही थी और अब जांच में पता चला है कि इस तबाही के पीछे वन विभाग ही था।
60 वर्गमील से ज्यादा जंगल (Forest) हो गया था खाक
जांच में पता चला है कि वन विभाग के कर्मचारियों ने जंगल के मलबे में आग (Forest Fire) लगाई थी लेकिन आग लगाने के बाद उसकी निगरानी नहीं की। इसी लापरवाही का नतीजा ये हुआ कि सूखा जंगल होने की वजह और हवाओं से यह आग बेकाबू हो गई और 60 वर्गमील से ज्यादा का जंगल चपेट में ले लिया। यह आग न्यू मैक्सिको को लोस अलामोस शहर तक पहुंच गई थी।
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यह अमेरिकी इतिहास की जंगल में आग (Forest Fire) लगने की सबसे बड़ी घटना थी। इसके चलते स्कूल बंद कर दिए गए थे, लोगों के घर और आजीविका तबाह गई थी और बड़े पैमाने पर लोगों को निकालने की तैयारी शुरू हो गई थी। हालांकि समय रहते आग कमजोर पड़ गई और बड़ी तबाही रुक गई थी।
वन विभाग की गलती
अब जांच में वन विभाग की लापरवाही सामने आने पर अमेरिकी नेताओं ने वन विभाग को आड़े हाथों लिया है। न्यू मैक्सिको की गवर्नर मिशेल लुजन ग्रीश्म ने वन विभाग की लापरवाही पर कड़ी नाराजगी जाहिर की। घटना के बाद वन विभाग ने सीख लेते हुए जंगल के मलबे में आग लगाने की घटनाओं की कड़ी निगरानी शुरू कर दी है और इसके लिए कई उपकरणों की खरीद की गई है। साथ ही ड्रोन से आग की निगरानी की जाती है।
सरकार ने बढ़ाया बजट
अमेरिकी सीनेटर मार्टिन हेनरिच ने भी वन विभाग से अपील की है कि वह अपनी जांच और फैसलों को लेकर ज्यादा जिम्मेदार बने। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन की वजह से हमारे जंगलों में आग लगने की घटनाओं में काफी बढ़ोतरी हुई है। अमेरिकी सरकार ने भी वन विभाग के लिए बजट में बढ़ोतरी की है और चेनशॉ और हैवी मशीनरी की खरीद की गई है, जिससे आग की घटनाओं पर काबू पाया जा सके। अमेरिकी कांग्रेस ने बीते दो सालों में वन विभाग के लिए चार बिलियन डॉलर की राशि मंजूर की है।