पाकिस्तान के एक पूर्व राजदूत की बेटी नूर मुकादम की बर्बर हत्या के बाद नागरिकों में आक्रोश है। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर तमाम सवाल उठ रहे हैं। लोग सोशल मीडिया पर न्याय की मांग कर रहे हैं। इस बीच जांच अधिकारी ने इस मामले में चौंकाने वाली जानकारियां दी हैं।
जांच अधिकारी के मुताबिक हत्यारोपी जहीर जाफर ने इस्लामाबाद के एफ-7/4 सेक्टर में मृतक नूर मुकादम का सिर काटने से पहले उसे लोहे के हथियार से टॉर्चर किया था। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर उसकी रिमांड बढ़ाने की मांग की थी।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, नूर मुकादम का मर्डर आरोपी से ब्रेकअप को लेकर हुआ। आरोपी जहीर पीड़िता नूर से रिश्ता जोड़ना चाहता था लेकिन नूर ने इनकार कर दिया। जिसको आरोपी बर्दाश्त नहीं कर पाया। आरोपी ने पहले नूर पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं, फिर चाकू से नूर पर कई वार किए। इसके बाद आरोपी जहीर ने नूर का सिर काट दिया।
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पुलिस की जांच में पता चला है कि नूर मुकादम बीते मंगलवार को आरोपी जहीर जाफर के घर पहुंची थीं। नूर सुबह से ही अपने पिता के संपर्क में नहीं थीं। आरोपी जहीर एक ड्रग एडिक्ट है। वहीं दोनों के बीच विवाद हो गया और बात इतनी बढ़ गई कि जहीर ने कथित रूप से नूर को मार डाला।
न्यूज एजेंसी पीटीआई की खबर के मुताबिक, ड्यूटी मजिस्ट्रेट सुहैब बिलाल रांझा ने दो दिन की रिमांड बढ़ा दी थी। पुलिस को उसे सोमवार को कोहसर थाने में न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश करने का निर्देश दिया गया था। हालांकि, पुलिस ने आरोपी को देर से कोर्ट में पेश किया।
शिकायतकर्ता के वकील शाह खरवार ने पाकिस्तानी अखबार डॉन को बताया कि पीड़ित परिवार को अदालत के बाहर समझौता करने के लिए मजबूर करने के लिए हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस ने हत्या की भयावहता को देखते हुए भी पाकिस्तान दंड संहिता (पीपीसी) की धारा 311 लागू नहीं की। उन्होंने कहा कि एफआईआर पीपीसी की धारा 302 के तहत दर्ज की गई थी, जो एक समझौता योग्य अपराध है और इसे एक समझौते के तहत सुलझाया जा सकता है।
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मुकादम से पूछा गया कि क्या उनसे अदालत के बाहर समझौते के लिए संपर्क किया गया है, तो उन्होंने जवाब दिया कि अभी तक किसी ने भी उनसे समझौता करने के लिए नहीं कहा है। उन्होंने कहा कि वो इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेंगे।
रिपोर्ट के अनुसार जांच अधिकारी ने जज को बताया कि पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेने के बाद उसके पास से एक पिस्तौल, चाकू और लोहे का हथियार बरामद किया है। रिमांड की मांग करते हुए अधिकारी ने कहा कि पुलिस को आरोपी और मृतक लड़की के फोन की जांच करनी है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि जहीर किसी और के संपर्क में था या नहीं।
हत्या से पाकिस्तान में राजनयिक मिशन और उसके कर्मियों की सुरक्षा पर सवाल उठा है। अफगानिस्तान विदेश कार्यालय ने पिछले सप्ताह एक बयान में कहा था कि पाकिस्तान में अफगानिस्तान के राजदूत नजीबुल्लाह अलीखिल की 26 वर्षीय बेटी को 16 जुलाई को इस्लामाबाद में कुछ देर के लिए अगवा कर लिया गया और उन्हें यातना दी गई। इस घटना से दोनों पड़ोसी देशों के बीच राजनयिक विवाद शुरू हो गया। पाकिस्तान ने अफगानिस्तान द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि इस्लामाबाद पुलिस को कथित अपहरण का कोई सबूत नहीं मिला।